12 बजे की ट्रेन, सुबह 7 बजे ही लग गई लंबी-लंबी लाइन, विक्रमशिला में चढ़ने के लिए भीड़ हुई बेकाबू; RPF ने आजमाए ये तरीके
Railway News: भागलपुर से आनंद विहार, दिल्ली जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए यात्रियों में आपाधापी मची रही। हालांकि रेलवे ने छठ पूजा के बाद ट्रेनों में लगतार बढ़ रही भीड़ को देखेते हुए बुधवार को विक्रमशिला की जनरल बोगियों में सीट के लिए नंबर सिस्टम की व्यवस्था कर दी। भागलपुर स्टेशन पर सुबह सात बजे से लोग लाइन में लग गए। यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाइन में लगे लोगों को आरपीएफ द्वारा टिकटों पर दिए गए नंबर के आधार पर जनरल कोच में चढ़ाया गया।

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जागरण संवाददाता, भागलपुर। Railway News छठ पूजा के बाद ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी है। बुधवार को विक्रमशिला एवं अंग एक्सप्रेस की जनरल बोगियों में सीट के लिए सुबह सात बजे से लोग लाइन में लग गए थे। एडीआरएम मालदा, शिव प्रसाद कुमार की निगरानी में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाइन में लगे लोगों ट्रेनों के जनरल बोगियों में चढ़ाने के लिए नंबरिंग सिस्टम की गई थी। आरपीएफ द्वारा टिकटों पर दिए गए नंबर के आधार पर अंग और विक्रमशिला एक्सप्रेस की जनरल कोच में चढ़ाए गए।
नंबरिंग सिस्टम से चढ़ाने के लिए रस्सी की घेराबंदी की गई थी। हालांकि ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाने से पिछले साल की अपेक्षा इस बार यात्रियों को राहत जरूर मिली। विक्रमशिला और अंग एक्सप्रेस में दो और जनरल कोच बढाने से यात्रियों को सीट के लिए मारामारी नहीं करनी पड़ी। सभी को सीट मिल गई।
विक्रमशिला एक्सप्रेस में छह जनरल कोच में छह सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था है। साढ़े छह सौ लोग जनरल कोच में सवार हुए। इसी तरह अंग एक्सप्रेस में भी छह सौ लोग जनरल कोच में चढ़े। गुरुवार को विक्रमशिला एक्सप्रेस में भीड़ और बढ़ने की संभावना है। भीड़ को नियंत्रित करने और किसी तरह की समस्या खड़ी नहीं हो इसके लिए एडीआरएम के नेतृत्व में डीपीओ सचिन कुमार, सीनियर डीसीएम अंजन सहित मालदा मंडल के आधा दर्जन अधिकारियों की भागलपुर स्टेशन पर 31 अक्टूबर तक विशेष ड्यूटी लगाई गई है।
एडीआरएम शिव कुमार प्रसाद के अनुसार विधानसभा चुनाव को लेकर पिछले साल की तुलना में इस बार भीड़ बंटने की पूरी संभावना है। इसलिए कि दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों से छठ पूजा मनाने घर आने वाले प्रवासियों में बहुत ऐसे भी होंगे जो चुनाव में मतदान करने और चुनाव परिणाम के बाद कर्मभूमि वापस लौटेंगे।
कई ऐसे लोग होंगे जो दूसरे प्रांतों में दिहाड़ी करते हैं। वे फसल कटनी के बाद ही वापस लौटेंगे। ऐसे में ट्रेनों में पिछले साल की अपेक्षा भीड़ कम होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। ट्रेनों के संबंध में लगातार एनाउंसमेंट करने के लिए कहा गया है। ट्रेनों के प्लेटफार्म नहीं बदले का भी निर्देश है। इसलिए कि अचानक ट्रेन का प्लेटफार्म बदलने से भगदड़ की स्थिति मच सकता है।

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