Bhagalpur News: तिलका मांझी स्थित अवैध ऑटो स्टैंड से हर माह 45 हजार की वसूली, वैध स्टैंड से राजस्व की आमद शून्य
भागलपुर में तिलकामांझी से जेल रोड के बीच अवैध ऑटो स्टैंड से हर महीने 45 हजार रुपये की वसूली हो रही है, जिसमें पुलिस का भी हिस्सा है। सरकारी बस स्टैंड ...और पढ़ें

तिलकामांझी थाना के पास टोटो लगाकर सवारी का इंतजार करते टोटो चालक। (जागरण)
अभिषेक प्रकास, भागलपुर। तिलकामांझी से जेल रोड के बीच अवैध तरीके से संचालित ऑटो स्टैंड से हर माह 45 हजार रुपये की अवैध वसूली की जा रही है।
इसका कुछ हिस्सा चुनिंदा पुलिस जवानों-अधिकारियों को भी मिलता है। यही कारण है कि सरकारी बस स्टैंड में एक करोड़ की लागत से शानदार पार्किंग स्थल बनाए जाने के बाद भी वहां पूरे वर्ष एक भी ऑटो-टोटो को पार्क नहीं होने दिया गया।
इसका खामियाजा स्टैंड को ठेका पर लेने वाले को तो भुगतना पड़ ही रहा है, सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। सड़क पर वाहन लगाने से जाम की समस्या भी बनी रहती है। इससे हर दिन लोगों को परेशानी हो रही है।
दूसरी ओर, अवैध स्टैंड संचालित करने वाले और पुलिस के बीच गठजोड़ के कारण वसूली करने वालों के हौंसले बुलंद हैं। उन्हें शासन-प्रशासन का जरा भी खौफ नहीं। हैरानी की बात यह कि ऑटो स्टैंड से महज 50 मीटर की दूरी पर तिलकामांझी थाना और ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी रहती है, बावजूद इसके कार्रवाई नहीं की जाती।
ऑटो-टोटो चालकों ने बताया कि तिलकामांझी चौक के पास से प्रतिदिन 50 से अधिक ऑटो-टोटो बिहपुर, खरीक और सबौर के ग्रामीण इलाकों के लिए रवाना होते हैं। हर ऑटो से प्रतिदिन स्टैंड चार्ज के रूप में 25 से 30 रुपये लिए जाते हैं। वसूली करने वाले प्रतिमाह 45 हजार रुपये वसूल लेते हैं।
बुधवार को भी हालात जस के तस रहे। मौके पर सफेद शर्ट पहन पर्ची काट रहे युवक ने बताया कि यहां यात्रियों की बुकिंग होती है। चालकों से अधिकतम 50 रुपये तक लिए जाते हैं। पर्ची में गाड़ियों का नंबर दर्ज किया जाता है, ताकि दोबारा पैसा न देना पड़े।
स्टैंड चार्ज को लेकर चालकों का खुलासा
लत्तीपुर के एक ऑटो चालक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां गाड़ी लगाने का चार्ज लिया जाता है। प्रतिदिन 25 से 30 रुपये देने पड़ते हैं। सबौर के परघड़ी की ओर जाने वाले टोटो चालक ने बताया कि उससे 25 रुपये स्टैंड चार्ज वसूला जाता है।
मौके पर मौजूद करीब आधा दर्जन चालकों ने स्वीकार किया कि इस स्थान पर बरसों से ऑटो-टोटो का अवैध स्टैंड संचालित हो रहा है।
गाड़ी संख्या के साथ अवैध वसूली का गणित (अनुमानित)
- प्रतिदिन चलने वाली गाड़ियां : 50
- औसतन प्रति गाड़ी प्रतिदिन वसूली : 30
- प्रतिदिन कुल वसूली : 1,500
- मासिक वसूली (30 दिन) : 45,000
- सालाना वसूली : करीब 5.40 लाख
थाना के सामने कोई स्टैंड नहीं है। अगर थाना के सामने वाले रोड पर अवैध स्टैंड बनाकर कोई पैसा लेता है तो इसकी जानकरी नहीं है। अब जानकारी मिली है, कारवाई की जाएगी।
शंभु पासवान, तिलकामांझी थानाध्यक्ष
सड़क पर ऑटो-टोटो चालकों से वसूली की बात अभी तक सामने नहीं आई है। आरोप लगाया गया है तो मामले की जांच कराई जाएगी। आरोप सही साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुमार, ट्रैफिक डीएसपी
भागलपुर से नवगछिया व शहरी क्षेत्र में जितनी भी सवारी गाड़ियां चलती हैं, उससे स्थानीय थाने की पुलिस दो दलालों के माध्यम से वसूली करती है। टोटो-ऑटो चालकों से प्रतिदिन 12 से 15 हजार रुपये की वसूली की जा रही है। यह वसूली तिलकामांझी चौराहे व सड़क पर अवैध तरीके से टोटो-ऑटो खड़ा करने के एवज में की जाती है। यह सिलसिला पिछले 10 वर्षों से चल रहा है। तिलकामांझी बस डिपो परिसर में निर्मित ऑटो स्टैंड का एक साल का ठेका मैंने साढ़े पांच लाख रुपये में लिया था। पर जिला और पुलिस प्रशासन वहां ऑटो का पड़ाव नहीं करवा सका। जब मैंने स्टैंड में ऑटो लगवाने का प्रयास किया तो पुलिस ने मुझपर ही प्राथमिकी दर्ज करा दी।
नीरज कुमार यादव, तिलकामांझी ऑटो स्टैंड के पूर्व संचालक

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