बिहार को PM Modi की बड़ी सौगात... Adani Power के 2400 मेगावाट वाले पीरपैंती पावर प्लांट का 15 Sept को शिलान्यास
Bihar News प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में अदानी पावर के 2400 मेगावाट क्षमता वाले भागलपुर के पीरपैंती पावर प्लांट का शिलान्यास अपने पूर्णिया दौरे पर 15 सितंबर को कर सकते हैं। अडाणी पावर को कार्य आवंटित किए जाने के बाद इस परियोजना के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत 800 मेगावाट के तीन यूनिट लगाए जाने हैं। अडाणीपावर ने निर्माण कार्य की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।
संवाद सूत्र, पीरपैंती। Bihar News भागलपुर के पीरपैंती पावर प्लांट का शिलान्यास भले ही अभी कुछ समय दूर है, लेकिन अडाणी पावर को कार्य आवंटित किया जा चुका है। इस परियोजना के तहत 2400 मेगावाट का बिजली घर स्थापित किया जाएगा, जिसमें 800 मेगावाट के तीन यूनिट शामिल हैं।
अडाणी पावर ने निर्माण कार्य की नींव रखने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। 15 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के बिहार के पूर्णिया दौरे के दौरान पावर प्लांट का वर्चुअल शिलान्यास होने की संभावना है। यह परियोजना बिहार की सबसे बड़ी बिजली घर परियोजना बनेगी।
इस संदर्भ में अदानी पावर ने प्रारंभिक कार्य भी शुरू कर दिया है। ब्लॉक रोड के पास मुख्य गेट के बगल में बोरिंग का कार्य प्रारंभ हो चुका है, और कई कर्मी लगातार सर्वे कर रहे हैं। सड़क के चौड़ीकरण के लिए भी सर्वे कार्य चल रहा है। दुर्गापुर की सर्वे टीम एनएच 80 से पावर प्लांट के मुख्य गेट तक सड़क की स्थिति का आकलन कर रही है, ताकि सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सके।
जानकारी के अनुसार, जिस स्थान पर पावर प्लांट यूनिट स्थापित होगा, वहां कई पेड़ हैं, जिनकी कटाई शिलान्यास के बाद वन विभाग को सौंपी जाएगी। उल्लेखनीय है कि पीरपैंती पावर प्लांट के लिए छह मौजा में 1300 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है, जिसमें सुंदरपुर, रायपुरा, श्रीमतपुर, हरिनकोल फेज एक, हिरणकोल फेज दो और टुंडवा मौजा शामिल हैं। इसमें 915 किसानों की 1020 एकड़ जमीन रैयती अधिग्रहण की गई है, जबकि शेष जमीन बिहार और भारत सरकार की है।
पावर प्लांट के लिए अधिग्रहित जमीन का 70 प्रतिशत घेराबंदी कार्य अभी बाकी है। अधिग्रहण के बाद घेराबंदी का 30 प्रतिशत कार्य पूरा हुआ है, जबकि 2016 से यह कार्य बंद था। अब अधूरे घेराबंदी कार्य के लिए टेंडर हो चुका है, और जिस कंपनी को यह कार्य मिला है, उसने स्थल पर सफाई कार्य भी शुरू कर दिया है।
किसानों के मुआवजा भुगतान में विसंगतियों को लेकर किसान उत्थान चेतना समिति का विरोध जारी है। किसानों ने मुआवजा भुगतान की विसंगतियों को समाप्त करने की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पावर प्लांट से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, लेकिन प्राथमिकता स्थानीय लोगों को रोजगार देने की होनी चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी के 15 सितंबर को पूर्णिया दौरे के दौरान वर्चुअल शिलान्यास की संभावना जताई जा रही है।
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