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    तेजी से फैल रहा चर्म रोग, JLNMCH में हर दिन इलाज के लिए पहुंच रहे 200 मरीज, इस तरह रखें खुद का ध्‍यान

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Wed, 25 Aug 2021 11:41 AM (IST)

    भागलपुर में तेजी से चर्म रोग के मरीज बढ़ रहे हैं। जवहार लाल नेहरू चिकित्‍सा महाविद्यालय अस्‍पताल में हर रोज औसतन दो सौ मरीजोंं का इलाज किया जा रहा है। ...और पढ़ें

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    भागलपुर में तेजी से चर्म रोग के मरीज बढ़ रहे हैं।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। बरसात में चर्म रोग के प्रकोप से लोग परेशान हैं। सरकारी व निजी अस्पतालों में पिछले एक माह से इसके मरीजों की लगातार संख्या बढ़ रही है। मायागंज अस्पताल में चर्म रोग व ईएनटी के मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। प्रतिदिन 150 से 200 मरीज कान में दर्द की शिकायत लेकर ईएनटी विभाग में पहुंच रहे हैं। वहीं 130 के करीब खुजली व अन्य परेशानियां लेकर मरीज चर्म रोग विभाग आ रहे हैं। मंगलवार को अस्पताल के इन दोनों विभागों को मिलाकर पौने तीन सौ मरीजों का इलाज हुआ, जबकि शहर में चर्म रोग विशेषज्ञों के यहां इससे परेशान मरीज पहुंच रहे हैं।

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    जानकारी के अनुसार प्रखंडों के अस्पतालों में प्रतिदिन 10 से 15 मरीज चर्म रोग से पीडि़त का इलाज किया जा रहा है। फंगल इंफेक्शन दिखने में दाद जैसा होता है, लेकिन काफी घातक होता है। इसके प्रभाव में आने पर तकलीफदेह खुजली होती है। चर्म रोग में त्वचा में लाल या बैगनी रंग के चकते हो जाना, सफेद पाउडर जैसा पदार्थ निकलना, त्वचा में पपड़ी पडऩा, खाल का उतर जाना और प्रभावित हिस्से में दर्द होना आदि शिकायतें आ रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बारिश में ज्यादा देर तक भीगने, गीले कपड़े पहने, अत्याधिक दवाओं के सेवन से चर्म रोग की समस्या बढ़ जाती है।

    शरीर की सफाई के साथ करें बचाव के उपाय

    ईएनटी के विभागाध्यक्ष डा. एसपी ङ्क्षसह ने बताया कि बरसात में स्नान करने से कान के अंदर पानी चला जाता है, इससे संक्रमण कान के अंदर हो जाता है। ज्यादा दिनों तक दर्द रहने या सर्दी रहने पर कान का पर्दा भी फट सकता है। इसलिए ऐसी परेशानियां हो तो तत्काल चिकित्सक से जांच कराएं। नियमित दो बार भांप लें, ताकि शरीर के अंदर इससे होने वाली दिक्कतों में आराम मिल सके। चर्म रोग विशेषज्ञ कहते हैं कि बरसात के समय चर्म रोग की समस्या बढ़ जाती है।

    इस समय शरीर की सफाई पर विशेष ध्यान दें। जलजमाव व कीचड़ वाले गंदे पानी के संपर्क में आने से इंफेक्शन होता है। साथ ही इस मौसम में नमी, उमस व पसीने से त्वचा फीकी और नीरस हो जाती है। इससे भी समस्या होती है। शरीर की सफाई पर ध्यान नहीं देना, कब्ज या अन्य कोई एलर्जी से भी चर्म रोग होता है। इंफेक्शन होने पर विशेषज्ञ से तुरंत सलाह लें। बिना सलाह कोई दवा नहीं खाएं।

    इस मौसम में काफी सतर्क रहने की जरूरत है। गंदे पानी से बचें। बाजार से घर आने पर सबसे पहले हाथ-पांव अच्छे से धोएं। नहाने के बाद शरीर को सुखाकर ही कपड़े पहनें। बारिश में भीग जाएं तो सूखे कपड़े से शरीर पोछें। पसीना आने पर बार-बार खुजली नहीं करें। खाने में संतुलित आहार व मौसमी फल का सेवन जरूर करें। पत्तेदार सब्जियां, उड़द की दाल व तली-भुनी चीजों के प्रयोग से बचें। सुबह और शाम मे स्नान करें।