ऐसा लगा तू मधुरिम वीणा बजा रही है
भागलपुर। सारी धरा तुम्हारी ही गीत गा रही है ऐसा लगा तू मधुरिम वीणा बजा रही है..आ जाओ मंच पर भी आसन य
भागलपुर। सारी धरा तुम्हारी ही गीत गा रही है ऐसा लगा तू मधुरिम वीणा बजा रही है..आ जाओ मंच पर भी आसन यहीं लगा लो..देवी सरस्वती मां बेटी बुला रही है।
वीर रस की युवा कवयित्री कविता तिवारी भागलपुर महोत्सव के मंच पर मां शारदे का आह्वान किया और साहित्य की सुरमई बरसात शुरू हो गई। श्रृंगार रस, हास्य-व्यंग्य, ओज के भाव आते-जाते रहे। इस मंच पर कवियों के लिए बड़ा मुद्दा पाकिस्तान और कश्मीर भी था। कविताओं में उसे चुनौती दी जा रही थी, हमारे देश की और युवाओं की शक्ति बताई जा रही थी। हाड़ कंपा देने वाली ठंड में कविता के ओज भरे गीतों ने खून की गर्मी बढ़ा दी-
तीर तलवार निषंगों से नहीं डरता है
कोशिशें कर ले तू दंगों से नहीं डरता है
हमारे देश में ताकत है एकता वाली
ये मुल्क चंद लफंगों से नहीं डरता
संदेश पाकिस्तान को था। इशारा अपने देश के भी उन लफंगों की ओर था जो देश बांटने के लिए ¨हदु-मुस्लिम विद्वेष फैलाने मंदिर-मस्जिद की लड़ाई लगाने की कोशिश करते हैं। कविता ने अपनी कविता से ऐसे लोगों को भी धिक्कारा-
कोई जर्रा नहीं ऐसा जहां पर रब नहीं होता
लड़ाई वे ही करते हैं जिन्हें मतलब नहीं होता
ओ मंदिर और मस्जिद के लिए दीवानगी वालों
वतन से बढ़कर दुनिया में कोई मजहब नहीं होता
इसके पूर्व काव्य पाठ सत्र का उद्घाटन प्रभारी जिला न्यायधीश जनार्दन त्रिपाठी, सीजेएम त्रिभुवन यादव, दैनिक जागरण के समाचार संपादक संयम कुमार, वरिष्ठ पत्रकार वृजेन्द्र दुबे ने दीप प्रज्जवलित कर किया। बतौर मुख्य अतिथि दैनिक जागरण के समाचार संपादक ने नागरिक विकास समिति के इस कार्यक्रम की सराहना की और यहां के जोशीले नागरिकों का अभिवादन किया। अन्य वक्ताओं ने भी इस आयोजन के उत्तरोत्तर विकास की कामना की। जिला व सत्र न्यायधीश ने तो दो कविता का पाठ कर माहौल को को कवि सम्मेलन के मोड में ला दिया। और कवि सम्मेलन शुरू होते ही हास्य-व्यंग्य शुरू हो गई। मंच संचालक शंकर कैमूरी और हास्य रस के फजीहत गहमरी के बीच कटाक्ष पर लोग खूब गुदगुदाए। फजीहत ने करीब एक दर्जन सुपरहिट गानों के बोल का अर्थ बताकर खूब फजीहत की। श्रृंगार रस में पूनम श्रीवास्तव ने भी लोगों को बांधने की कोशिश की। महोत्सव के आयोजक रमण कर्ण, नरेश साह, सत्यनारायण साह, जिम्मी क्वाड्रेस, तबरेज सहित नागरिक विकास समिति की टीम ने इस राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में स्थानीयता का भी पुट दिलाया। स्थानीय कवि नगीना एवं कवयित्री राधा शैलेंद्र को भी राष्ट्रीय दर्जे के कवियों के साथ मंच दिया गया।
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