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    माहवारी बंद होने से पहले हो जाएं जागरूक

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    Updated: Wed, 19 Oct 2016 01:00 AM (IST)

    भागलपुर। माहवारी बंद होने के दो-तीन वर्ष पहले से भी महिलाओं को जागरूक होना चाहिए, क्योंकि माहवारी बं

    भागलपुर। माहवारी बंद होने के दो-तीन वर्ष पहले से भी महिलाओं को जागरूक होना चाहिए, क्योंकि माहवारी बंद होने के बाद कई स्वास्थ्य समस्याएं आती हैं। ये बातें विश्व मोनोपॉज दिवस पर मंगलवार को आइएमए हॉल में आयोजित कार्यशाला में इंडियन मोनोपॉज सोसायटी भागलपुर इकाई की सचिव डॉ. प्रतिभा सिंह ने कहीं।

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    उन्होंने कहा कि माहवारी बंद होने की प्रक्रिया में शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है। महिलाओं में हृदय रोग के अलावा कई समस्याएं होने लगती हैं। चूंकि यह स्थिति प्रत्येक महिलाओं को उम्र के साथ आती है अत: उन्हें इसके लिए जागरूक रहना होगा, ताकि वे स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से बचें।

    उपमहापौर प्रीति शेखर ने कहा कि माहवारी बंद होने के पूर्व महिलाओं को जागरूक करने बाबत कार्यशाला आयोजित करना सोसायटी की अच्छी पहल है। बढ़ते तनाव और अनियमित दिनचर्या की वजह से महिलाएं 40-45 वर्ष में ही मोनोपॉज की शिकार होने लगती हैं। इससे महिलाओं में चिड़चिड़ापन और तनाव होने लगता है। परिवार के सदस्यों का उन्हें प्यार चाहिए।

    नियमित व्यायाम से होगा लाभ : डॉ सोमेन

    हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सोमेन चटर्जी ने कहा कि माहवारी बंद होने से एस्टोजेन हारमोन बनना बंद हो जाता है। उन्होंने बताया कि 30-35 वर्ष तक हड्डियां बनती हैं फिर धीरे-धीरे हड्डियां बनाने की प्रक्रिया में कमी आने लगती हैं। 35 से 40 वर्ष की उम्र से ही महिलाओं को जागरूक रहना होगा, क्योंकि माहवारी बंद होने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। नियमित व्यायाम करने से मांसपेशियां मजबूत होंगी। मौसमी फल, पौष्टिक आहार, दूध के सेवन से कैल्शियम की कमी दूर होगी। विटामिन डी की दवा सेवन से भी लाभ होगा। हड्डियों की जांच भी कराने से उनकी मजबूती की जानकारी मिलती है।

    मसूढ़ों में होता है जलन : डॉ. नेहा

    दंत चिकित्सक डॉ. नेहा गोयल ने कहा कि माहवारी बंद होने के बाद थूक कम बनती है। मुंह में जलन होने लगती है। मसूढ़ों में सूजन, मसूढ़े ढीले होने लगते हैं। इससे बचने के लिए हरि सब्जी और मौसमी फलों का सेवन लाभदायक है। इसके अलावा कार्यशाला में डॉ. हेम शंकर शर्मा, कविता शरण, डॉ. अर्चना झा आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ. संजय सिंह, डॉ. मृदुला सिंह सहित कई चिकित्सक मौजूद थे।