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    Raksha Bandhan 2025 Muhurat Time: राखी बांधने का सही मुहूर्त क्या है? ज्योतिषाचार्य ने बताया करेक्ट टाइम

    रक्षाबंधन को लेकर बहनों में खासा उत्साह है। इस बार 9 अगस्त 2025 को भद्रा का साया नहीं रहेगा जिससे पर्व और भी शुभ होगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार राखी बांधने का उत्तम समय 9 अगस्त को दोपहर 133 तक रहेगा। बाजार में चहल-पहल शुरू हो गई है और मिठाई की दुकानों पर भीड़ दिख रही है। यह रक्षाबंधन प्रेमपूर्ण बंधन का प्रतीक बनेगा।

    By Ajit Kumar Jha (Teghra) Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 07 Aug 2025 03:56 PM (IST)
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    इस वर्ष भद्रा नहीं बनेगी बाधा, निर्विघ्न मनाया जाएगा रक्षाबंधन

    जागरण टीम, बेगूसराय/आरा। रक्षाबंधन को लेकर इस वर्ष बहनों के चेहरे पर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। नौ अगस्त शनिवार (Raksha Bandhan 2025 Date) को मनाए जाने वाले रक्षाबंधन पर्व पर भद्रा का साया नहीं रहेगा।

    ज्योतिषाचार्य अविनाश शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष श्रावण शुक्ल पूर्णिमा तिथि को श्रवणा नक्षत्र का संयोग बन रहा है, जो इस पर्व को और अधिक शुभ बना रहा है।

    उन्होंने बताया कि आठ अगस्त शुक्रवार को रात 1:54 बजे भद्रा समाप्त हो जाएगा और नौ अगस्त को सूर्योदय के बाद दोपहर 1:33 तक राखी बांधने के लिए उत्तम समय रहेगा। रक्षाबंधन पर्व के दिन भद्रा दोष नहीं होने से किसी भी शुभ कार्य पर रोक नहीं होगी।

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    बाजार में रक्षाबंधन को लेकर चहल-पहल शुरू हो चुकी है। बहनें अपने भाइयों को राखी भेजने में लगी हैं। मिठाई दुकानों पर भी भीड़ दिख रही है। इस वर्ष रक्षाबंधन भद्रारहित, शुभ संयोग से परिपूर्ण और प्रेमपूर्ण बंधन का प्रतीक बनेगा।

    आरा में रक्षाबंधन पर राखियों से सजे बाजार, होगा 10 करोड़ का कारोबार

    रक्षाबंधन का पर्व नजदीक आते ही आरा शहर के बाजारों में रौनक बढ़ गई है। रंग-बिरंगी और आकर्षक राखियों से बाजार सज चुका है। शहर में राखी का सालाना व्यापार करीब 10 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है। ग्राहकों की मांग के अनुसार व्यापारी कोलकाता, बनारस, दिल्ली, मुंबई और जयपुर जैसे शहरों से थोक में राखियां मंगवा रहे हैं।

    शहर के मुख्य बाजारों के साथ मोहल्लों में भी राखी की दुकानों की बहार है। सबसे अधिक दुकानें धर्मन चौक और बिचली रोड पर खुली हैं, जहां थोक और खुदरा दोनों स्तरों पर खरीदारी हो रही है।

    बिचली रोड के थोक विक्रेता आनंद कुमार और अजय कुमार ने बताया कि थोक में एक रुपये से लेकर 130 रुपये तक जबकि खुदरा में 5 रुपये से 250 रुपये तक राखियां बिक रही हैं। राखी की वैराइटी इस बार और भी आकर्षक है। जयपुर से चूड़ा लूंबा, कोलकाता से जरदोसी, चंदन, रेशम, दिल्ली से मेटल और डायमंड राखियां मंगवाई गई हैं।

    ग्राहकों को इस बार सबसे ज्यादा रेशम, चंदन, मेटल और स्टोन वाली राखियों की मांग है। बच्चों के लिए टैडी, छोटा भीम, डोरीमॉन, पबजी जैसे कार्टून राखियों की वैराइटी खूब पसंद की जा रही है। महंगाई के बावजूद बाजार में खरीदारी जोरों पर है। स्टोन, जरकन, मेटल, कलावा और रुद्राक्ष से बनी राखियों की मांग बढ़ी है।

    व्यापारी बताते हैं कि राखियों के दाम में इस बार करीब 10% की बढ़ोतरी हुई है। फिर भी बहनें अपने बाहर रहने वाले भाइयों के लिए अभी से राखियां खरीदकर भेज रही हैं।

    राखी बाजार की झलक

    • कुल कारोबार: ₹10 करोड़ (अनुमानित)
    • थोक कीमत: ₹1 – ₹130
    • खुदरा कीमत: ₹5 – ₹250
    • सबसे ज्यादा बिक्री: स्टोन, रेशम, चंदन और मेटल राखियों की
    • प्रमुख स्रोत शहर: जयपुर, कोलकाता, दिल्ली, राजकोट बच्चों की पसंद: टैडी, छोटा भीम, डोरीमोन राखियां