एक साल पहले PM मोदी ने किया था आधे-अधूरे CHC भवन का उद्घाटन, आज भी सुविधाओं के अभाव में भटक रहे मरीज
बेगूसराय के छौड़ाही में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अधूरा लोकार्पण किया गया जिससे मरीजों को परेशानी हो रही है। एसडीएम ने लोकार्पण किया पर निर्माण कार्य अब भी जारी है। मरीज पुराने और नए भवन के बीच चक्कर काट रहे हैं। विधायक ने सवाल उठाए थे। फिलहाल ग्राउंड फ्लोर पर ही कुछ सेवाएं उपलब्ध हैं जबकि अन्य कक्ष बंद हैं। मरीजों को इलाज कराने में दिक्कत हो रही है।

संवाद सहयोगी, छौड़ाही (बेगूसराय)। विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है और अभी प्रतिदिन दर्जनों शिलान्यास उद्घाटन कार्यक्रम हो रहा है। इस धड़फड़ी में अधूरे भवन का भी लोकार्पण उद्घाटन कर दिया गया। ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छौड़ाही से जुड़ा है। जिसका दो अक्टूबर को एसडीएम मंझौल प्रमोद कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों द्वारा लोकार्पण किया गया।
वहीं सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध रहने की बात जोर-जोर से कही गई। परंतु, पड़ताल में आश्चर्य की बात यह रही की अभी तक भवन में निर्माण कार्य चल ही रहा है। आधे इधर आओ आधे उधर जाओ बाकी मेरे साथ आओ वाली स्थिति में मरीज कभी पुराने भवन तो कभी नए भवन में चक्कर काट रहे हैं।
मरीज का सवाल है की पहले प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले इस अर्ध निर्मित भवन का उद्घाटन कर दिया गया था। परंतु यहां निर्माण कार्य चल हीं रहा था और इलाज नहीं हो रहा था। विगत दिनों विधायक राजवंशी महतो ने इस पर गंभीर सवाल उठाए थे।
दैनिक जागरण ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। अब आनन-फानन में प्रशासन अर्ध निर्मित भवन में ही इलाज करने का दावा कर रही है जो ठीक नहीं है।
सिर्फ ग्राउंड फ्लोर पर तीन सेवा प्रारंभ
शनिवार को पड़ताल के दौरान ग्राउंड फ्लोर पर तीन सेवा चलती दिखी। ओपीडी में डॉ. मनीषा मरीजों का इलाज कर रहीं थी। बगल में दवा काउंटर पर मुकेश कुमार व मदन कुमार पुर्जा पर लिखा दवा का मरीज के बीच वितरण कर रहे थे। प्रथम तल पर उपचार कक्ष, आपरेशन कक्ष, टीकाकरण कक्ष,जांच घर,एक्स रे कक्ष समेत सभी कक्ष बंद थे।
बरामदे पर चिकित्सा उपकरण इधर-उधर रखे हुए थे। कई कमरे में तो दरवाजा तक नहीं लग पाया था। शौचालय का टंकी खुदा हुआ है आज तक उस पर ढक्कन तक नहीं लग पाया था। अधिकांश मशीनरी अभी तक अस्पताल नहीं पहुंच पाई थी।
इलाज कराने आए मोहम्मद कमरुद्दीन का कहना था बताइए कहां-कहां इलाज करने जाएं। अर्ध निर्मित भवन में कुछ अनहोनी हो जाए तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी। आखिर इतनी धरफरी मचाने की जरूरत क्या थी। डेढ़ वर्ष में दूसरी बार इस तरह की बात हो रही है। इससे लोगों में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है।
पीएचसी प्रभारी डॉ. कमलेश कुमार का कहना था कि जिला प्रशासन के निर्देशानुसार सभी कार्य हो रहे हैं। जल्द हीं नए भवन में सभी सुविधा उपलब्ध रहेगी
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