सलौना स्टेशन पर हंगामा, ट्रेन का दरवाजा नहीं खोलने पर नाराज यात्रियों ने जनसाधारण एक्सप्रेस में की तोड़फोड़
Saharsa-Amritsar Express बेगूसराय जिले के सलौना स्टेशन पर सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस में भीड़ के कारण हंगामा हुआ। गेट बंद होने पर यात्रियों ने जमकर पत्थरबाजी की। वहीं ट्रेन रवाना होने पर स्टेशन पर भी तोड़फोड़ की गई। आक्रोशित यात्रियों ने टिकट वापसी की मांग की। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि यात्रियों के हंगामा करने पर कुछ यात्रियों के टिकट को वापस लेकर उन्हें उसका पैसा दे दिया गया।

संवाद सहयोगी, बखरी (बेगूसराय)। इन दिनों ट्रेनों में लोगों को बैठने के लिए जगह नहीं मिल रही है। जिससे आक्रोशित होकर यात्री ट्रेनों में तोड़फोड़ कर रहे हैं।
सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस में शुक्रवार की रात्रि आक्रोशित यात्रियों ने तोड़फोड़ कर दी। घटना समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड के बखरी अनुमंडल मुख्यालय स्थित सलौना स्टेशन की है। घटना का कारण ट्रेन की बोगी का गेट बंद होना था।
जबकि आम यात्रियों के अलावा कुंभ जाने के लिए प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भीड़ थी। सभी ट्रेन में चढ़ना चाह रहे थे, लेकिन दरवाजा बंद रहने से यह संभव नहीं हो पाया, जिससे यात्री आक्रोशित हो गए।
जनसाधारण एक्सप्रेस में हुई पत्थरबाजी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 7.25 बजे जनसाधारण एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या एक पर जैसे ही आकर रुकी, गाड़ी में चढ़ने के लिए यात्रियों में होड़ मच गई। लोग ट्रेन पर चढ़ने के लिए दौड़ लगाने लगे। परंतु, स्टेशन के ठीक सामने वाले डिब्बे का दरवाजा बंद था।
ट्रेन में पहले से इतनी भीड़ थी कि लाख प्रयास और मिन्नत करने के बाद भी अंदर बैठे यात्रियों ने बोगी का दरवाजा नहीं खोला। इसी बात को लेकर प्लेटफॉर्म पर खड़ी भीड़ आक्रोशित हो गई। यात्रियों ने ईंट-पत्थर से दरवाजे पर हमला कर दिया और उसे तोड़ने का प्रयास करने लगे।
ट्रेन पर ना चढ़ पाने से आक्रोशित हुए यात्री
दरवाजे के शीशे को क्षतिग्रस्त करने के बाद भी यात्री गाड़ी में चढ़ने में सफल नहीं हो सके और ट्रेन चली गई। ट्रेन के गुजरने के बाद यात्रा से वंचित हुए लोग स्टेशन पर हंगामा करने लगे। मौके की नजाकत को भांपते हुए स्टेशन प्रशासन द्वारा यात्रियों के टिकट को वापस लिया गया। इसके बाद हंगामा शांत हुआ।
स्टेशन अधीक्षक कुमार कृष्णादित्य के मुताबिक ट्रेन के सभी डिब्बे खुले हुए थे। कुछ यात्रियों द्वारा शौचालय की खिड़की को क्षतिग्रस्त किया गया है। हालांकि वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि बोगी का दरवाजा बंद है। इस पर लोग ईंट से प्रहार कर रहे हैं।
स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि घटना की तस्वीर एवं अन्य सूचनाएं मंडल रेल प्रशासन को भेज दी गई है। वहां से अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि उक्त ट्रेन के लिए कुल 1 लाख 2 हजार 350 रुपये के टिकट बिके थे। इनमें से 32 यात्रियों को 18 हजार 430 रुपये वापस किए गए।
महाकुंभ और ट्रेन के विस्तारीकरण के कारण बढ़ी भीड़
हाल के दिनों में ट्रेनों में बढ़ी यात्रियों की भीड़ की बड़ी वजह महाकुंभ को जाने वाले श्रद्धालु एवं ट्रेन का विस्तारीकरण है। ट्रेन को अब सहरसा की जगह ललित ग्राम स्टेशन से चलाया जा रहा है। इससे ट्रेन ललित ग्राम, सुपौल, सहरसा में ही दिल्ली-पंजाब को जाने वाले कामगारों एवं महाकुंभ जाने वाले यात्रियों से भर जाती है।
जो यात्री खासकर कामगार अपनी सुविधा के लिए अंदर से दरवाजा बंद कर देते हैं और उसे नहीं खोलते हैं। यही घटना का कारण बना।
दूसरी बात, सलौना स्टेशन पर द्रुतगामी दो साप्ताहिक ट्रेनों का ही ठहराव है। इनमें उक्त ट्रेन के अलावा एनजेपी-उदयपुर ट्रेन शामिल हैं। इससे इन ट्रेनों पर यात्रियों का अधिक दबाव होता है।
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