Bihar Chunav: नाम है श्रवण, रंग-ढंग से बने मोदी के 'हनुमान'; नंगे पांव चल 160 रैलियाें में कर चुके हैं शिरकत
बेगूसराय के श्रवण साह, प्रधानमंत्री मोदी के भक्त हैं और हनुमान के रूप में उनकी 160 रैलियों में शामिल हो चुके हैं। उलाव हवाई अड्डा पर आयोजित चुनावी सभा में भी वे हनुमान के वेश में पहुंचे। उन्होंने बिहार के विकास में मोदी और नीतीश कुमार दोनों के योगदान की सराहना की और प्रधानमंत्री के प्रति अपनी अटूट भक्ति व्यक्त की।

उलाव हवाई अड्डा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में शिरकत करने पहुंचे हनुमान के वेश में श्रवण साह। (जागरण)
जागरण संवाददाता, बेगूसराय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक बेगूसराय निवासी श्रवण साह अमूमन देश में कहीं भी होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हनुमान के वेश में शिरकत करते हैं।
वे अब तक मोदी की 160 रैलियों में हनुमान बरकर संदेश देने का काम कर चुके हैं। शुक्रवार को उलाव हवाई अड्डा पर आयोजित प्रधानमंत्री की चुनावी सभा के दौरान भी वे हनुमान की वेश में सभास्थल पर पहुंचे।
यह प्रधानमंत्री के प्रति उनकी अटूट भक्ति दर्शाता है। हनुमान बने श्रवण भगवा वस्त्र पहनकर हाथ में नमो-बीजेपी लिखे गदा लेकर पहुंचते हैं।
उनके सिर पर भाजपा का चुनाव चिह्न वाली कमल छाप वाली टोपी तथा हाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर भी थी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार की विकास के लिए बहुत काम किए हैं। मैं उनके लिए देशभर में नंगे पैर चलता हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी प्रशंसा की। श्रवण ने कहा कि मोदी के साथ नीतीश कुमार का भी बिहार के विकास में बड़ा योगदान है।
झूठी खाई थी कसम जो निभाई नहीं....
वहीं, दूसरी ओर किशनगंज में एक फिल्म का गाना- झूठी खाई थी कसम वो निभाई नहीं ... चुनाव के माहौल में एआईएमआईएम के कुछ नेताओं पर सटीक बैठती है। टिकट की लालसा में पहले तो पार्टी के लिए वफादार इधर बने रहने की कसमें खाई। जैसे ही पार्टी ने दूसरे को टिकट दिया, कसमों को भूलकर पार्टी छोड़ने लगे।
इनमें तो कुछ दूसरी पार्टी से तो एक निर्दलीय मैदान में हैं। इन लोगों ने पार्टी पर टिकट वितरण में गड़बड़ी व पैसे के लेनदेन का भी आरोप लगा दिया। हालांकि, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने इन बातों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि इस्लाम में कसमें खाकर तोड़ने की सजा भी खुदा देते हैं।
विधानसभा चुनाव के दौरान एआईएमआईएम से टिकट की दावेदारी के लिए किशनगंज को ही मुख्यालय बनाया गया था। सीमांचल समेत सूबे के कई जिलों से 200 से अधिक टिकट के दावेदार यहां पहुंचे थे।
टिकट की दावेदारी करने वाले सभी को ईश्वर व अल्लाह की शपथ दिलाई जा रही थी कि वो चुनाव के दौरान, चुनाव के बाद पार्टी नहीं छोड़ेंगे। इसका वीडियो भी बनाया जाता था। कई वीडियो वायरल भी हुए थे।
उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने कहा था कि उनकी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते चार लोग दूसरे दल में शामिल हो गए। इस कारण इस बार पार्टी टिकट के दावेदारों को शपथ दिलवा रही है। बावजूद, जैसे ही टिकट का वितरण शुरू हुआ, पार्टी में मारामारी शुरू हो गई।

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