कुत्तों ने नोंचकर खाया था महिला का शव, तेजप्रताप ने दिए जांच के आदेश
राज्य के स्वास्थ्यमंत्री तेजप्रताप यादव ने बेगूसराय में विदेशी महिला के शव को कुत्तों द्वारा नोचकर खाए जाने की घटना की जांच रिपोर्ट अविलंब पेश करने के आदेश दिए हैं।
पटना [जेएनएन]। बेगूसराय में मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई थी, जब नगर परिषद बस पड़ाव के समीप कोहरे के कारण बोधगया जा रही एक भूटान निवासी महिला की सोमवार को मौत हो गयी और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से उसका शव खुले में कुत्तों ने नोंच-नोंचकर खाया था।
मीडिया में इस खबर मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने इसकी जांच के आदेश दिये हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने बेगूसराय के सिविल सर्जन से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने ट्वीट कर इस आदेश की जानकारी दी।
नगर थाना अध्यक्ष अली साबरी ने बताया कि मृत महिला बोध गया में आयोजित होने वाले कालचक्र पूजा में शामिल होने के लिए जा रही थी। महिला भूटान के पुनाखा की रहने वाली 53 वर्षीय पेमा चोड़ेन बतायी जा रही है।
कुत्तों ने नोचकर खाया था शव
नगर थानाध्यक्ष अली साबरी ने बताया कि पेमा अपने अन्य लांबा साथियों के साथ एक बस से बोधगया जाने के क्रम में बेगूसराय पहुंचने पर बस स्टैंड के समीप उनके बस के रुकने पर वे शौच के लिए बस से उतरकर सड़क पार कर रही थीं।इसी क्रम में एक अज्ञात वाहन उसे रौंदते हुए आगे बढ़ गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया, उसके बाद जो हुआ वह लापरवाही और मानवता को शर्मसार कर देने वाला था।
तेजप्रताप यादव ने कहा - नोटबंदी की, अब गौहत्या रोकें पीएम मोदी
सिविल सर्जन ने कहा,पुलिसवाले दोषी
अस्पताल के सिविल सर्जन ने कहा कि पोस्टमार्टम के लिये लाये गये शव को अस्पताल कर्मचारी खुले में छोड़कर चले गये। बाद में वहां पहुंचे आवारा कुत्ते विदेशी महिला के शव को नोंच-नोंच कर खाने लगे। कई कुत्ते शव को टुकड़ों में मुंह में भरकर ले जाने लगे। शव के आसपास कुत्तों की भीड़ जमा हो गयी। इतना ही नहीं वहां से भागते कुत्तों की तसवीरें कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर ली।
स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव दोस्तों संग पहुंचे वृंदावन, कर रहे हैं 'राधे-राधे'
पुलिस कर रही मामले की जांच
सिविल सर्जन हरिनारायण सिंह ने बताया है कि शव आधिकारिक रूप से अस्पताल प्रबंधन को नहीं सौंपा गया था। वहीं दूसरी ओर जिले के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में पूरी तरह अस्पताल कर्मी दोषी हैं। पुलिस अधीाक्षक रंजीत कुमार मिश्र ने मंगलवार को कहा कि संबंधित थाना प्रभारी को जांच के आदेश दिए गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।