बेगूसराय के बलिया में चौथी बार आई बाढ़, सड़कें जलमग्न व गांवों का संपर्क टूटा, लोग परेशान
बलिया प्रखंड में गंगा नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण 60 हजार लोग दो महीने से बाढ़ से प्रभावित हैं। सड़कों पर पानी भरने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। ताजपुर पंचायत में पुलिया बह जाने से प्रखंड मुख्यालय से संपर्क कट गया है। लखमिनियां-मसूदनपुर सड़क पर नावों का परिचालन हो रहा है।

संवाद सहयोगी, बलिया (बेगूसराय)। बलिया प्रखंड की चार पंचायतों में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से करीब 60 हजार लोग दो माह से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। विगत दो माह में चौथी बार बाढ़ ने दस्तक दी है। पिछले तीन दिनों में गंगा के जलस्तर में एक फीट से अधिक वृद्धि दर्ज की गई, इससे दियारा क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें कई गुना बढ़ गई हैं।
सड़कों पर तीन से चार फीट पानी फैले रहने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। तुलसीटोल बांध से दक्षिण की ओर जाने वाली मुख्य सड़क जलमग्न होने से पहाड़पुर पंचायत के हनुमान नगर, परमानंदपुर, मिर्जापुर, हसनपुर, लाल दियारा, सोनवर्षा, कमालपुर, सोनदीपी आदि गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं शादीपुर बांध के समीप भी बाढ़ का पानी तीन फीट से अधिक भर जाने से शादीपुर, सहबेगपुर, नौरंगा, अशर्फा और पहाड़पुर गांवों का आवागमन संकट में है।
ताजपुर पंचायत के सैदपुर गांव के समीप निर्माणाधीन पुलिया का पहुंच पथ बाढ़ में बह जाने से सैदपुर, गोखलेनगर, विष्णुपुर, ताजपुर एवं साहपुर गांव का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। लखमिनियां-मसूदनपुर सड़क पर चेचियाही ढाब में चार फीट से अधिक पानी भर गया है, जहां प्रशासन की ओर से दो नावों का परिचालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में इसी क्षेत्र में दो ट्रैक्टर पलट चुके हैं।
सोमवार की शाम भूसा लदा ट्रैक्टर और मंगलवार को एक अन्य ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गए। लगातार हादसों के बावजूद लोग मजबूरी में जान जोखिम में डालकर पानी में उतर रहे हैं। निचले इलाकों के कई घरों और स्कूलों में पानी प्रवेश चुका है। पशुपालकों को चारा की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है। स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने प्रशासन से बैरिकेडिंग और चौकीदार की नियुक्ति की मांग की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।