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    Bihar Crime: बेगूसराय में 70 साल के किसान की त्रिशूल से गोदकर हत्या, बहू ने बताई पूरी कहानी

    बखरी में 70 वर्षीय किसान इंद्रदेव राय की हत्या कर दी गई। उनका शव उजान बाबा थान स्थित डेरा से मिला। परिजनों ने शराब तस्करी का विरोध करने और गवाह बनने पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

    By Umar Khan Edited By: Yogesh Sahu Updated: Thu, 03 Jul 2025 08:23 PM (IST)
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    शराब तस्करी का विरोध व गवाह बनने के कारण हुई किसान की हत्या।

    संवाद सहयोगी, बखरी (बेगूसराय)। बखरी नगर के वार्ड संख्या 23 मोरकाही टोला निवासी 70 वर्षीय पशुपालक किसान इंद्रदेव राय उर्फ झाबर मोटिया की हत्या बुधवार की रात कर दी गई। गुरुवार की सुबह उनका शव बखरी के प्रसिद्ध उजान बाबा थान स्थित उनके डेरा से बरामद किया गया।

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    उनके शरीर पर जख्म के निशान पाए गए हैं। शव के करीब ही ऐतिहासिक स्थल उजान बाबा थान से उखाड़ा गया त्रिशूल भी मिला है।

    बताया जाता है कि इसी त्रिशूल से किसान की हत्या की गई है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम में भेजते हुए बरामद त्रिशूल को जब्त कर अपने साथ ले गई।

    बहू ने पुलिस को दी शिकायत

    पुलिस को दिए आवेदन में मृतक की पुत्र वधु रुणा देवी ने कहा है कि उनके ससुर इंद्रदेव राय रोज की तरह खाना खाकर सोने के लिए उजान बाबा थान स्थित डेरा गए थे। सुबह उनका शव डेरा के समीप पड़ा मिला।

    उनके मुंह और आंख से खून और चेहरे पर जख्म के निशान थे। शव के पास ही एक त्रिशूल भी पड़ा था। उन्होंने कहा कि उनके ससुर कुछ दिन पूर्व हुए एक विवाद में गवाह थे। इससे आरोपितों ने जान मारने की धमकी दी थी।

    इसके अतिरिक्त उनके ससुर आरोपितों द्वारा की जा रही शराब तस्करी का भी विरोध करते थे। इसलिए आरोपितों ने उनकी हत्या कर दी। आवेदन में उजान बाबा थान निवासी स्व. भुट्टू सदा के पुत्र टुनटुन सदा सहित पांच लोगों को नामजद बनाया गया है।

    थाना अध्यक्ष के साथ की धक्का-मुक्की

    पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित टुनटुन सदा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन बाद में उसके थाना से भाग जाने की बात सामने आई। इससे लोग आक्रोशित हो गए और शव के साथ बाजार के पुरानी सेंट्रल बैंक स्थित कर्पूरी चौक पर जाम कर दिया।

    लोगों का आरोप था कि पुलिस ने जानबूझकर आरोपित को छोड़ दिया है। स्वजन ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए जाते समय उन लोगों ने मुख्य आरोपित को थाना में बंद देखा था। पोस्टमार्टम से आने के बाद वह वहां नहीं था।

    पुलिस के वाहन को खदेड़ा

    हंगामे के बीच ही किसी मामले में अनुसंधान के लिए बखरी पहुंची एससी-एसटी थाना की पुलिस के वाहन को भी लोगों ने खदेड़ दिया। लगभग एक घंटा तक चले हो-हंगामे के दौरान मुख्य आरोपित को पुनः गिरफ्तार कर लिया गया।

    आरोपित को पुलिस गाड़ी में थाना ले जा रही थी। तभी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला कर दिया एवं पुलिस वाहन का शीशा तोड़ दिया। थाना अध्यक्ष के साथ भी धक्का-मुक्की कर आरोपित को जबरन गाड़ी से उतारने की कोशिश करने लगे।

    थाना अध्यक्ष ने संभाला मोर्चा

    इस दौरान थाना अध्यक्ष ने मोर्चा संभालते हुए गाड़ी को किसी तरह वहां से ले जाने में सफल हुए। इस दौरान उन्हें लोगों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा। वर्षा आरंभ होने के कारण जाम समाप्त हुआ।

    इधर, थाना अध्यक्ष फैसल अहमद ने बताया कि मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।

    बता दें कि झाबर मोटिया, मोटिया मजदूरी छोड़ने के बाद उजान बाबा थान में डेरा बनाकर रहते थे और पशुपालन तथा खेती-किसानी करते थे।