बिहार में 'मास्टर साहब' के लिए फरमान, दाढ़ी बढ़ाने पर कटेगी सैलरी, शिक्षिकाएं भी नहीं पहनेंगी चमकीले कपड़े
बिहार के बेगूसराय में डीईओ ने शिक्षकों के दाढ़ी रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही जींस और टी-शर्ट पहनकर स्कूल आने क्लास में मोबाइल ले जाने और कुर्सी पर बैठकर पढ़ाने पर भी रोक लगा दी गई है। महिला शिक्षकों को भड़काव खासतौर पर ज्यादा चमकीले कपड़े नहीं पहनने का आदेश दिया गया है। शिक्षिकाओं को भारतीय परिधान में ही विद्यालय आने का आदेश दिया गया है।
जागरण संवादादता, बेगूसराय : बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के एक के बाद एक एक्शन और फरमान के बीच बेगूसराय में शुक्रवार की देर संध्या जिला शिक्षा अधिकारी के एक आदेश ने शिक्षकों के बीच हड़कंप पैदा कर दी है।
डीईओ ने अपने आदेश में शिक्षकों के दाढ़ी रखने पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही जींस और टी-शर्ट पहनकर स्कूल आने, क्लास में मोबाइल ले जाने और कुर्सी पर बैठकर पढ़ाने पर भी रोक लगा दी गई है। जिला शिक्षा अधिकारी शर्मिला राय ने आदेश जारी करते हुए कहा कि कक्षा में जाने से पहले शिक्षक अपना मोबाइल एचएम कक्ष में रखकर ही जाएंगे। इसके बाद शिक्षण कार्य करेंगे।
भारतीय परिधान में ही स्कूल आएंगी शिक्षिकाएं
वहीं, शिक्षक क्लास में कुर्सी का प्रयोग नहीं करेंगे। पुरुष शिक्षक जींस, टी-शर्ट पहनकर स्कूल में नहीं आएंगे। इसके अलावा दाढ़ी बढ़ाकर नहीं रखेंगे। क्लीन शेव में स्कूल आना है। वहीं, शिक्षिकाओं को सिर्फ भारतीय परिधान में ही विद्यालय आने का फरमान जारी किया गया है। महिला शिक्षकों को भड़काव खासतौर पर ज्यादा चमकीले कपड़े नहीं पहनने का आदेश दिया गया है।
विरोध के बाद डीईओ ने जारी किया शुद्धिपत्र
निरीक्षण के क्रम में अगर कोई शिक्षक आदेश का उल्लघंन करता पाया जाता है तो उसके एक दिन का वेतन काट लिया जाएगा। हालांकी, दाढ़ी को लेकर शिक्षक संगठनों ने विरोध जताया, जिसके बाद शनिवार को मोहर्रम की छुट्टी के बावजूद डीईओ ने शुद्धिपत्र निकालकर दाढ़ी बढ़ाने के प्रतिबंध पर आदेश को वापस ले लिया। हालांकि, बाकी के सारे आदेश यथावत रखे गए हैं।
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