Coronavirus: पटना में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद हर जिले में अलर्ट, दिए गए कई निर्देश; इन चीजों का पालन जरूरी
कोरोनावायरस की वापसी को लेकर बिहार में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सभी पीएचसी को आवश्यकता के अनुरूप आक्सीजन सिलिंडर को भरकर तैयार रखने बेड की व्यवस्था तैयार रखने दवा एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। सर्दी-जुकाम सांस लेने में परेशानी आदि की शिकायत लेकर मरीजों की आरटीपीसीआर के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों की जांच कराने का निर्देश दिया है।
जागरण संवाददाता, बेगूसराय। भारत के कुछ राज्यों में कोरोना ने नए वेरिएंट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग एवं एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सावधान रहने की आवश्यकता जताई है।
इसको लेकर राज्य से लेकर जिला स्तर तक में बैठक कर संबद्ध विभागीय कर्मियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है। बीते दिन पटना में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने की सूचना है। ऐसे में जिला में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
इसके बाबत सिविल सर्जन डा. प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि कुछ ही दिन पूर्व जिला के सभी पीएचसी प्रभारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों को कोराेना को लेकर अलर्ट कर दिया गया है।
सावधानी बरतने की सलाह
सीएस ने कहा कि अभी कोरोना को लेकर पेनिक होने की जरूरत नहीं है। सभी पीएचसी को आवश्यकता के अनुरूप आक्सीजन सिलिंडर को भरकर तैयार रखने, बेड की व्यवस्था तैयार रखने दवा एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आमजनों को भी कोविड प्रोटोकाल के अनुरूप सावधानी बरतनी चाहिए। घर से बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगाएं, हाथ को कई बार साबुन से धोएं। भीड़ से दूर रहने का प्रयास करें। सेनेटाइजर का प्रयोग करें। सीएस ने कहा कि जिला में आक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी।
जांच बढ़ाने का निर्देश
जिला के सदर अस्पताल में, बलिया अनुमंडलीय अस्पताल, तेघड़ा अनुमंडलीय अस्पताल एवं मटिहानी में आक्सीजन प्लांट चालू है। जिला में आक्सीजन सिलेंडर, एंटीवायोटिक एवं पारासिटामाल की कोई कमी नहीं है। इसलिए जिला वासियों को घबराने की जरूरत नहीं है, सिर्फ सतर्क रहें।
कोविड जांच के नोडल पदाधिकारी डा. रतीश रमण ने बताया कि अभी अपने जिला में कोई कोविड मरीज नहीं हैं।
सभी पीएचसी प्रभारी को सीएस के द्वारा निर्देश दिया गया है कि कोविड के किसी प्रकार के लक्षण यथा सर्दी-जुकाम, सांस लेने में परेशानी आदि की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की आरटीपीसीआर के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों की जांच कराई जाय। जिला में एंटीवायोटिक एवं पारासिटामाल की कोई कमी नहीं है।
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