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    चंद्रभागा नदी विलुप्त होने के कगार पर, नदी में बन गए दर्जनों घर

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 21 Mar 2021 11:52 PM (IST)

    बेगूसराय। गढ़पुरा अंचल क्षेत्र होकर गुजरने वाली प्राचीन काल की चंद्रभागा नदी जो कल-कल छल-छल करती बहती थी अब विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है।

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    चंद्रभागा नदी विलुप्त होने के कगार पर, नदी में बन गए दर्जनों घर

    बेगूसराय। गढ़पुरा अंचल क्षेत्र होकर गुजरने वाली प्राचीन काल की चंद्रभागा नदी जो कल-कल छल-छल करती बहती थी, अब विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है। इसके उद्गमस्थल के बारे में बताया जा रहा है कि चंद्रभागा नदी अधवारा समूह से समस्तीपुर के हायाघाट के समीप से निकली है, जो रोसड़ा होते हुए बेगूसराय जिला में प्रवेश कर गढ़पुरा अंचल क्षेत्र की मालीपुर पंचायत के मोरतर गांव के पूर्वी भाग से होते हुए कोरैय, गढ़पुरा, कुम्हारसों, कोरियामा से गुजरते हुए सोनमा पंचायत के दक्षिणी छोर से निकल कर बखरी प्रखंड क्षेत्र होकर खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी में मिल जाती है।

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    लोगों ने मृतप्राय नदी में शुरू कर दी है खेती :

    चंद्रभागा नदी के मृतप्राय होने के बाद इस नदी में किसान खेती करना शुरू कर दिए हैं। गढ़पुरा और कुम्हारसों पंचायत में करीब 50 से 60 बड़े-बड़े घर लोगों ने चंद्रभागा नदी में बना लिया है। इसके कारण अब बरसात का पानी भी इस नदी का नहीं बह पा रहा है। नदी के गहरे भागों में पानी जमा रहता है। चंद्रभागा नदी का ग्रंथों में है प्रमाण

    चंद्रभागा नदी का महत्व आदि काल से है। इसका प्रमाण ग्रंथों में भी मिलता है। इस संबंध में पंडित दिनेश झा इंदू ने बताया कि चंद्रभागा नदी की चर्चा ब्रह्मवैवर्त पुराण में आया है। इसमें बताया गया है कि कमल दल से पूर्ण सरोवर के मध्य मंगला देवी का स्थान यानी सरोवर के बीच जयमंगला माता स्थित है। इसके उत्तर दिशा में चंद्रभागा नदी बहती है। गढ़पुरा में चंद्रभागा नदी के तट पर बाबा हरिगिरी धाम का पौराणिक शिव मंदिर स्थापित है। इससे सिद्ध होता है कि यह चंद्रभागा नदी पौराणिक काल से बहती चली आ रही है, जो धीरे-धीरे विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है।

    अंचल क्षेत्र में इसकी लंबाई

    गढ़पुरा अंचल क्षेत्र में चंद्रभागा नदी की लंबाई लगभग 14 किलोमीटर की है। वहीं इसकी चौड़ाई लगभग 30 मीटर है। गहराई लगभग समाप्त हो गया है। कई जगह पुल-पुलिया को बंद कर दिया गया है। नदी के मध्य में दर्जनों अट्टालिकाएं लोगों द्वारा रहने और व्यवसाय के लिए बना लिए हैं। इससे चंद्रभागा नदी के वर्षा के पानी का बहाव भी लगभग बंद हो चुका है।

    सीमा रेखा के रूप में भी काम करती है चंद्रभागा नदी :

    जिले की सीमा रेखा है चंद्रभागा

    चंद्रभागा नदी बेगूसराय जिले के उत्तरी सीमा के बहुत बड़े भूभाग की सीमा रेखा के रूप में भी काम करती है। गढ़पुरा अंचल क्षेत्र में यह नदी बेगूसराय जिला जबकि नदी के उस पार का भाग समस्तीपुर जिला में पड़ता है। इससे सीमा विवाद की भी समस्या उत्पन्न नहीं होता है। इस नदी को पुनर्जीवित किए जाने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी का गाइडलाइन, नदी से नदी को जोड़ने की योजना चलाई जानी चाहिए। तभी विलुप्त हो रही चंद्रभागा नदी का अस्तित्व बचाया जा सकता है।