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Bihar Land Registry Revenue: नए नियम आने से लाखों का राजस्व हजारों में सिमटा, ना के बराबर हो रही रजिस्ट्री

निबंधन कार्यालय से पहले प्रतिदिन 15 से 20 जमीन की खरीद बिक्री का निबंधन होता था। अब वह आंकड़ा दो से तीन पर आ गया है। नए नियम के कारण निबंधन नहीं होने से लोग भी कम आ रहे हैं। इससे मुंशी सहित वहां पर मौजूद दर्जनों की संख्या में दुकानदारों के समक्ष भुखमरी तथा दुकान बंद करने की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

By Keshavk kumar Edited By: Rajat Mourya Published: Tue, 19 Mar 2024 02:45 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2024 02:45 PM (IST)
नए नियम आने से लाखों का राजस्व हजारों में सिमटा, ना के बराबर हो रही रजिस्ट्री

केशव किशोर, मंझौल (बेगूसराय)। जहां से सरकार को लाखों में राजस्व प्रतिदिन प्राप्त होता था, बिहार सरकार की नई निबंधन नियमावली के कारण राजस्व हजारों में सिमट कर रह गया है। अनुमंडल मुख्यालय स्थित अवर निबंधन कार्यालय, मंझौल में जहां चहल-पहल था, अब सुनसान है।

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निबंधन कार्यालय से पहले प्रतिदिन 15 से 20 जमीन की खरीद बिक्री का निबंधन होता था। अब वह आंकड़ा दो से तीन पर आ गया है। नए नियम के कारण निबंधन नहीं होने से लोग भी कम आ रहे हैं। इससे मुंशी सहित वहां पर मौजूद दर्जनों की संख्या में दुकानदारों के समक्ष भुखमरी तथा दुकान बंद करने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं, कई चाय तथा मिठाई एवं खान-पान के दुकानदार अपनी दुकान बंद कर चुके हैं।

मुंशी एवं स्टांप वेंडर सुबह घर से पूजा पाठ तथा खाना खाकर आते हैं। दिनभर कोई कार्य नहीं होने से अकेले बैठकर शाम को लौट जाते हैं। बता दें कि अवर निबंधन कार्यालय मंझौल में पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में सरकार के द्वारा 18 करोड़ 67 लाख का लक्ष्य दिया गया था, इसमें अवर निबंधन कार्यालय मंझौल ने 14 करोड़ 34 लाख राजस्व की प्राप्ति की थी।

वित्तीय वर्ष 2023-24 में सरकार के द्वारा 19 करोड़ एक लाख रुपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें अवर निबंधन कार्यालय मंझौल ने एक अप्रैल 2023 से 21 फरवरी 2024 तक 13 करोड़ 19 लाख राजस्व की प्राप्ति कर सका। जहां 21 फरवरी से पहले प्रतिदिन चार लाख राजस्व की प्राप्ति होती थी, वहीं 21 फरवरी के बाद से मात्र 80 हजार प्रतिदिन औसत राजस्व की प्राप्ति हो रही है। 21 फरवरी के बाद से अब तक मात्र 17 लाख 62 हजार 867 रुपये ही राजस्व की प्राप्ति हुई है।

समय 11 बजे

प्रत्येक दिन की तरह अवर निबंधन कार्यालय खुलता है। अधिकारी एवं कर्मचारी समय के अनुसार पहुंचते हैं, लेकिन अभी तक रजिस्ट्री के लिए कोई भी लोग नहीं पहुंचे हैं। चहल-पहल रहने वाला कार्यालय एकदम शांत पड़ा हुआ।

दिन के 2:00 बजे

दिन के दो बजे रजिस्ट्री के लिए कोई भी लोग नहीं पहुंचने के कारण कार्यालय आए एक मुंशी तथा दुकानदार भी घर लौट गए। अवर निबंधन कार्यालय मंझौल के पास मौजूद सभी दुकानें तथा मुंशी के रहने वाले रूम में भी ताला लगा हुआ था।

दिन के 3:00 बजे

दिन के तीन बजे कार्यालय से अधिकारी निबंधन कार्यालय बखरी के लिए प्रस्थान कर चुके थे तथा कार्यालय एकदम सुनसान पड़ा हुआ था। अगल-बगल कोई भी दुकान या मुंशी का रूम खुला हुआ नहीं था। एक भी दुकानदार वहां पर मौजूद नहीं थे।

क्या कहते हैं अधिकारी?

सरकार अपराध नियंत्रण एवं पारिवारिक लड़ाई को कम करने के लिए यह नियम लाई है। इस नियम से परिवार में होने वाले लड़ाई, झगड़ा तथा हिंसा में कमी आएगी। लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। सरकार के द्वारा जमाबंदी को लेकर कैंप लगाया जा रहा है। जमाबंदी कायम होने से विभिन्न प्रकार के सरकारी फायदे भी लोगों को सीधे तौर पर मिल पाएंगे। - अभिषेक कुमार, निबंधन पदाधिकारी, मंझौल

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