पाताल से आरोपित को ढूंढ़ लाई सम्राट की पुलिस; बेगूसराय में कैसे पकड़ा गया 'नटवरलाल'? क्या है मामला
बिहार के बेगूसराय में सम्राट की पुलिस ने एक अनोखे मामले में आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को पाताल से ढूंढ निकाला। इस गिरफ्तारी ने क्षेत् ...और पढ़ें

इसी 20 फीट गहरे तहखाने में छिपा था त्रिपुरारी कुमार। जागरण
संवाद सहयोगी, तेघड़ा (बेगूसराय)। तेघड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी अनाज की कालाबाजारी और लाखों रुपये के गबन के फरार आरोपित को उसके ही घर से गिरफ्तार कर लिया।
वह अपने घर में अंडरग्राउंड था। पुलिस ने आरोपित को घर में बने शौचालय की टंकीनुमा तहखाने से पकड़ा, जिसे देख लोग हैरान रह गए। गिरफ्तार आरोपित की पहचान बरौनी-दो पंचायत के वार्ड संख्या छह निवासी 50 वर्षीय त्रिपुरारी कुमार के रूप में हुई है।
उसे इलाके में नटवरलाल के नाम से भी जाना जाता है। इस संबंध में तेघड़ा डीएसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि वैशाली जिले के देसरी गाजीपुर निवासी शिशिर कुमार, जो वर्तमान में तेघड़ा में आपूर्ति निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं, उनके आवेदन पर आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
चावल-गेहूं की कालाबाजारी का है आरोप
जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि त्रिपुरारी कुमार ने धोखाधड़ी कर 128.97 क्विंटल सरकारी गेहूं और चावल की कालाबाजारी की और 37 लाख 50 हजार रुपये से अधिक की राशि का गबन किया।
डीएसपी ने बताया कि तेघड़ा थाना कांड संख्या 256/24 में आरोपित लंबे समय से फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी।
इसी क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली। इसके बाद तेघड़ा थाना के पुलिस पदाधिकारी मनीष कुमार एवं अन्य पुलिस बल के सहयोग से उसके आवास पर छापेमारी की गई। घर में कहीं नहीं मिला, तब पुलिस नजर तहखाने पर पड़ी।
छापेमारी के दौरान आरोपित घर में बने करीब 20 फीट गहरे तहखाने में छिपा मिला, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपित के विरुद्ध पूर्व से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में चर्चा है कि आरोपित कई लोगों की बड़ी रकम लेकर फरार था। रविवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आरोपित को बेगूसराय जेल भेज दिया गया।

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