बड़हारा में दुखद घटना... परदादा और पोते की मौत से मातम, स्वजनों में मचा कोहराम
बड़हारा वार्ड नंबर 7 में सर्पदंश से एक 9 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। सोमवार की करीब बारह बजे दोपहर की आसपास होने की बात बताई जा रही है। मृतक बच्चे की पहचान बड़हारा वार्ड नंबर सात निवासी राजेश कुमार का 9 वर्षीय पुत्र अमन कुमार के रूप में हुई है। वह चौथी कक्षा का छात्र था।
संवाद सूत्र, जागरण वीरपुर (बेगूसराय)। वीरपुर थाना क्षेत्र के गेनहरपुर पंचायत के बड़हारा वार्ड नंबर 7 में सर्पदंश से एक 9 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। घटना बीते सोमवार की करीब बारह बजे दोपहर की आसपास होने की बात बताई जा रही है। मृतक बच्चे की पहचान बड़हारा वार्ड नंबर सात निवासी राजेश कुमार का 9 वर्षीय पुत्र अमन कुमार के रूप में हुई है। वह चौथी कक्षा का छात्र था।
मिली जानकारी के अनुसार अमन वार्ड नंबर छह स्थित अपने डेरा के समीप पतंग उड़ा रहा था। इसी दौरान उसके बायें पैर में किसी विषैले सांप ने काट लिया। उसके बाद वह अपने घर पहुंचकर सो गया। हालांकि उस समय घर के कोई सदस्य घर पर नहीं थे। मां व पिता बरौनी बाजार गये हुए थे।
जब उसकी दादी घर पहुंची तो अमन को अचेतावस्था में देखा तो परिवारवालों व स्थानीय लोगों के सहयोग से उसे इलाज हेतु बेगूसराय सदर अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हालांकि इस दौरान संतुष्टि हेतु स्वजन ने उसे दलसिंहसराय समेत विभिन्न जगहों पर चिकित्सा हेतु लाया गया। लेकिन यहां पर भी चिकित्सक ने उसे मृत घोषित किया। इस घटना से मां मिटू देवी, पिता राजेश कुमार सहित स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। वहीं टोले में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। इधर घटना की सूचना पाकर मंगलवार को वीरपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया।
वीरपुर थाना क्षेत्र के गेनहरपुर पंचायत के बड़हारा गांव में एक ही माह के अंदर परदादा एवं पोते की हुई मौत से मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया है। वहीं स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार बड़हारा वार्ड नंबर 7 में 90 वर्षीय नारायण साह कि बीते 28 जुलाई की आकस्मिक मौत हुई थी। उनका श्राद्ध कार्यक्रम हाल ही में इसी अगस्त माह में संपन्न हुई थी।
इसी श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजेश अपने परिवार के साथ दिल्ली से घर वापस आए । इधर श्राद्ध कार्यक्रम समापन के बाद एक दो दिनों में पुनः दिल्ली जाने की तैयारी वे कर रहे थे।उसको क्या पता था कि दादा की मौत के बाद अमन की भी मौत हो जाएगी? इधर सोमवार को अचानक अमन कुमार की सर्पदंश से मृतक के परिवार वालों पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया है।
अमन की मां मिंटू देवी, दादी समेत स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। एक माह के अंदर एक ही परिवार के दो सदस्य चले जाने से माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोग भी अपने आंखों में आई आंसू को रो नहीं पा रहे हैं। बतातें चले कि अमन की मौत डेरा पर पतंग उड़ाते वक्त सर्पदंश से हो गई।अमन के पिता राजेश गाड़ी चालक का काम करते हैं। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार समूह लोन से कर्ज होने के कारण राजेश तीन चार माह से वे प्रदेश में ही रहते थे। दादा के श्राद्ध कार्यक्रम में वे परिवार के साथ गांव आए थे।
स्थानीय वार्ड सदस्य ललन कुमार ने बताया कि वह तीन भाइयों में मझला था। शिक्षक संतोष कुमार ने बताया कि मृतक का परिवार बेहद गरीब है। उन्होंने आपदा के तहत सरकारी सहायता की मांग की।
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