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    मशरूम उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक, 26 दिवसीय प्रशिक्षण ने बढ़ाई महिलाओं की उद्यमिता क्षमता

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 03:03 PM (IST)

    बेगूसराय के डीहपर गांव में ईडीआईआई अहमदाबाद द्वारा आयोजित एमएसडीपी कार्यक्रम में 55 महिला उद्यमियों को प्रमाण पत्र दिए गए। महिलाओं को मशरूम उत्पादन और उससे जुड़े उत्पाद बनाने की तकनीक सिखाई गई। प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रणव कुमार तिवारी ने उद्यमिता विकास पर जानकारी दी और 16 महीनों तक सहयोग का आश्वासन दिया।

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    डीहपर में 55 महिला उद्यमियों को मिला एमएसडीपी प्रशिक्षण प्रमाणपत्र

    संवाद सूत्र, वीरपुर (बेगूसराय)। वीरपुर प्रखंड के डीहपर गांव में एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) अहमदाबाद की ओर से आयोजित 26 दिवसीय सूक्ष्म कौशल उद्यमिता विकास कार्यक्रम (एमएसडीपी) के समापन अवसर पर शनिवार को महिला लाभार्थियों के बीच प्रमाणपत्र वितरण किया गया।

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    प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को मशरूम उत्पादन के साथ-साथ उससे बनने वाले विभिन्न उत्पादों जैसे मशरूम का अचार, बड़ी एवं पाउडर बनाने की तकनीक सिखाई गई। मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण रामकुमार सिंह तथा बटन व ऑयस्टर मशरूम उत्पाद व उससे जुड़े प्रसंस्करण का प्रशिक्षण ज्योति कुमारी ने दिया।

    वहीं, उद्यमिता विकास व व्यापारिक दृष्टिकोण पर संस्था के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रणव कुमार तिवारी ने विस्तृत जानकारी दी।इस अवसर पर 55 महिला उद्यमियों को एमएसडीपी प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रणव कुमार तिवारी एवं ट्रेनर ज्योति कुमारी के हाथों प्रदान किया गया।

    16 महीनों तक महिला उद्यमियों को सहयोग

    तिवारी ने कहा कि संस्था आगामी 16 महीनों तक महिला उद्यमियों को उत्पाद विकास, बिजनेस डेवलपमेंट, मार्केट लिंकेज और बैंक लिंकेज जैसी सेवाओं में सहयोग करती रहेगी। साथ ही विभिन्न स्टॉल व मेलों के जरिए बाजार उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की जाएगी।

    उन्होंने यह भी कहा कि यदि महिलाओं में उद्यमी बनने की ललक है तो बैंक भी हर स्तर पर सहयोग को तैयार है।कार्यक्रम के दौरान समाज सेविका मीरा देवी और प्रियंका कुमारी ने भी महिलाओं का उत्साहवर्धन किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

    अंत में सभी महिला उद्यमियों ने संस्था के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. रमन गुजराल के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इस तरह का प्रशिक्षण उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।