बांका में पति ने पत्नी की गला दबाकर कर दी हत्या, शव को नदी किनारे बालू में गाड़ा
बांका जिले के आनंदपुर थाना क्षेत्र में शिवचरण दास ने अपनी पत्नी सावित्री देवी की हत्या कर शव को नदी किनारे रेत में गाड़ दिया। पारिवारिक कलह के चलते हुई इस घटना में दूसरी पत्नी पूजा देवी का भी नाम सामने आ रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। आरोपी शिवचरण फरार है।

संवाद सूत्र, चांदन (बांका)। जिला के आनंदपुर थाना क्षेत्र के अमजोरा गांव में बुधवार की रात शिवचरण दास ने अपनी पत्नी सावित्री देवी (34) की बेरहमी से हत्या कर शव को बढ़ुआ नदी के सत्ती घाट किनारे बालू में गाड़ दिया।
इस घटना में आरोपित की दूसरी पत्नी पूजा देवी का भी हाथ होने की सूचना पुलिस ने दी है। घटना पारिवारिक कलह के कारण होने की चर्चा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शिवचरण दास ने करीब आठ वर्ष पूर्व दूसरी शादी पूजा देवी से की थी। इसके बाद से ही पहली पत्नी सावित्री पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। स्वजन का आरोप है कि पूजा देवी के आने के बाद शिवचरण लगातार सावित्री को प्रताड़ित करता था।
आर्थिक तंगी से जूझ रही सावित्री मजदूरी कर अपने 14 वर्षीय बेटे ब्रह्मदेव कुमार का पालन-पोषण करती थी। बेटे ने मां की हालत देखकर सूरत शहर जाकर कमाने का फैसला भी कर लिया था। इसी बीच बुधवार की देर रात पति-पत्नी के बीच मामूली कहासुनी हुई।
बालू में गाड़ी लाश
इसके बाद शिवचरण ने दूसरी पत्नी पूजा देवी के साथ मिलकर सावित्री की बेरहमी से पिटाई की और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने शव को लगभग दो किलोमीटर दूर बढ़ुआ नदी के सत्ती घाट के किनारे बालू में गाड़ दिया।
गुरुवार की सुबह जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो पुलिस को सूचना दी गई। मृतका के मायके पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंचे और शव देखकर चीख-पुकार मचाने लगे। आनंदपुर थानाध्यक्ष विपिन कुमार ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया।
दूसरी पत्नी को हिरासत में लिया
पुलिस ने कहा कि आरोपित की दूसरी पत्नी पूजा देवी को हिरासत में ले लिया गया है। जबकि मुख्य आरोपी शिवचरण दास फरार है। मृतका के भाई हूरो दास के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। ग्रामीणों ने कहा कि सावित्री देवी अपने पति की प्रताड़ना झेलते हुए वर्षों से कठिन जीवन जी रही थी, लेकिन अंततः उसकी जान ले ली गई।
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