Banka News: निगरानी के फंदे में फंसे बांका के 10 से अधिक शिक्षक, नौकरी पर लटक रही तलवार; जेल भी जा सकते हैं
बांका में फर्जी शिक्षकों पर निगरानी की जांच तेज हो गई है। शिक्षा विभाग ने संदिग्ध शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की मांग की है। पहली जांच में दस से अधिक शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। निगरानी ब्यूरो जल्द ही इन शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कराएगा। 2014 से अब तक 170 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
राहुन कुमार, बांका। फर्जी शिक्षकों की चल रही निगरानी जांच के बीच बांका में निगरानी अधिकारियों की गतिविधि फिर बढ़ गई है। इस बार दस से अधिक फर्जी शिक्षक निगरानी के रडार पर हैं। पहली जांच में उनका शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है।
प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी
किसी के अंक पत्र में अंक बढ़ा है तो किसी का इंटर प्रमाण पत्र गड़बड़ है। अब इनके प्रमाण पत्रों की दूसरी बार जांच की जा रही है। ताकि किसी प्रकार की चूक नहीं हो जाए। इसके लिए निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने शिक्षा विभाग से इन सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का फाइल फोल्डर तलब किया है।
इन शिक्षकों का मैट्रिक, इंटर, स्नातक और प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र की सत्यापित फोटोकॉपी की प्रति निगरानी को उपलब्ध करा दी गई है। संभावना है कि अगले सप्ताह तक उनके प्रमाण पत्रों की अंतिम जांच का काम पूरा कर लिया जाएगा।
इसके बाद निगरानी ब्यूरो के अधिकारी ही इन मामले में संबंधित थाना में शिक्षक के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। इसके बाद विभाग उनकी सेवा समाप्ति की भी कार्रवाई करेगी।
जानकार सूत्रों के मुताबिक इसमें तीन से चार शिक्षकों का प्रमाण पत्र पूरी तरह फर्जी साबित हो चुका है। उनके खिलाफ कभी भी केस दर्ज कराया जा सकता है। इन शिक्षकों का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। क्योंकि नाम सार्वजनिक होने के बाद शिक्षक स्कूल छोड़कर फरार हो सकता है।
इससे पुलिस को जरूरी जांच और अनुसंधान में परेशानी हो सकती है। पुलिस में केस दर्ज होने के बाद पुलिस इन पर शिकंजा कसेगा। डीपीओ स्थापना संजय कुमार यादव ने बताया कि निगरानी ब्यूरो फर्जी शिक्षकों की लगातार जांच कर रही है। जांच में संदिग्ध मिले कुछ शिक्षकों का प्रमाण पत्र मांगा गया था, जिसे निगरानी को उपलब्ध करा दिया गया है।
170 फर्जी शिक्षकों पर केस दर्ज करा चुकी निगरानी
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो 2014 से ही बांका में फर्जी कागजात पर बहाल शिक्षकों की जांच कर रही है। हर साल इसमें कुछ न कुछ फर्जी शिक्षक पकड़े जा रहे हैं। जिला भर में अबतक 170 शिक्षकों के खिलाफ निगरानी कार्रवाई कर चुकी है। इसका केस संबंधित थाना में दर्ज है।
पिछले साल दर्ज निगरानी के कुछ केस में कटोरिया के पांच फर्जी शिक्षकों को मौके पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इसमें एक महिला शिक्षिका भी जेल जा चुकी है।
इसके अलावा शंभुगंज, बांका, धोरैया, चांदन, बेलहर थाना में कई फर्जी शिक्षकों पर केस दर्ज करा चुकी है। इसमें कई फर्जी शिक्षक केस दर्ज होने के बाद घर छोड़कर फरार हैं। शिक्षा विभाग इनकी सेवा समाप्ति की भी कार्रवाई कर चुकी है। इस साल निगरानी कार्रवाई सुस्त रहने पर सक्षमता परीक्षा देने वाले डेढ़ दर्जन फर्जी शिक्षकों को पकड़ा गया है।
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