किसानों को दिया जा रहा ऑनलाइन प्रशिक्षण
बांका। किसानों को खेती और स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

बांका। किसानों को खेती और स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान किसानों को 29 मई तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
केविके के पशु विज्ञानी डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना की पहली लहर में ही काफी संख्या में प्रवासी मजदूर लौटे थे। सामान्य स्थिति होते ही फिर से लगभग सभी लोग वापस लौट गए। यदि यहां लौटे प्रवासी मजदूर घर पर ही स्वरोजगार स्थापित कर ले तो इससे वे आत्मनिर्भर बनने के साथ ही आसपास के लोगों को भी स्वरोजगार मुहैया करा सकेंगे। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए केविके में किसानों को प्रशिक्षण देने में दिक्कत आ रही थी। ऐसे में किसानों को खेती, पशुपालन एवं अन्य विषयों पर प्रशिक्षण देने के लिए केविके द्वारा ऑनलाइन देने की योजना तैयार की गई है। ताकि लोग घर बैठे सभी विषयों पर प्रशिक्षण प्राप्त कर घर पर स्वरोजगार स्थापित कर सके।
---------
29 मई तक प्रशिक्षण का कैलेंडर किया गया जारी
केविके द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए चार मई से 29 मई तक का कैलेंडर जारी कर दिया गया है। इसमें केविके के सस्य विज्ञानी डा. रघुवर साहू, मृदा विज्ञानी संजय कुमार मंडल, पशु विज्ञानी डॉ. धर्मेंद्र कुमार और केवके के वरीय विज्ञानी एवं प्रधान डॉ. मुनेश्वर प्रसाद द्वारा अलग-अलग विषयों पर प्रशिक्षण दिया जएगा।
--------
कोट:
कोरोना काल में किसानों को केविके में प्रशिक्षण नहीं मिलने से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। ऐसे में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक सिखाने के साथ ही लोगों को बकरी पालन एवं गाय पालन से जोड़कर लोगों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
डॉ. मुनेश्वर प्रसार, वरीय विज्ञानी एवं प्रधान, केविके, बांका
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।