Updated: Wed, 03 Sep 2025 02:25 PM (IST)
बांका जिले के कटहरा गांव में मंगलवार को दो बच्चियों की मौत से मातम छा गया। अमित राम की बेटी प्रिया और योगेंद्र तांती की बेटी गौरी की असामयिक मृत्यु से पूरे गांव में शोक की लहर है। दोनों बच्चियों के पिता दिल्ली में हैं और खबर सुनकर गांव लौट रहे हैं। इस घटना से गांव में त्योहार का माहौल फीका पड़ गया है।
संवाद सूत्र, धोरैया (बांका)। कटहरा गांव में मंगलवार को त्योहार की खुशियां दोपहर होते ही मातम में बदल गई। एक ही गांव में दो बच्चियों की मौत से माताओं की चीत्कार को सुनकर लोगों की आंखे भर गई। अमित राम की पुत्री प्रिया गांव के ही सरकारी विद्यालय में वर्ग छह में पढ़ती थी।
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परिवार के भरण पोषण और बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए पिता दिल्ली में रहकर मजदूरी का काम करता है। जब पत्नी जुली द्वारा पुत्री के मौत की खबर मिली तो पिता की आंखे भर गई। अमित राम को दो पुत्री और दो पुत्र है। जिसमें प्रिया सबसे बड़ी पुत्री थी।
बहन के शव घर आते ही भाई पीयूष, अभिनंदन और बहन रिया सभी अपने मम्मी को रोते देख वह भी रोने लगे. जबकि गौरी योगेंद्र तांती की सबसे छोटी लाडली बिटिया थी। गौरी तीन बहन और दो भाई थी। वह गांव के ही विद्यालय में पांचवी कक्षा में पढ़ती थी।
पुत्री की मौत से मां संगीता देवी के आंखों से आंसू नहीं थम रही है। वह अपने छोटी बिटिया को याद कर अचेत हो जाती है। दोनों भी बच्चियों के पिता दिल्ली में है। पुत्री के मौत की खबर सुनकर वहां से चल पड़े है, ताकि उसे वह अंतिम बार देख सके।
उधर, गांव में महिलाओं के बच्चों के रुदन से कर्मा धर्मा का त्योहार फीका पड़ गया। नहाय खाय के वाबजूद लोगों के घरों में बना भोजन उसी तरह बना रह गया। स्वजन को झकझोर कर रख दिया है। उनके लिए मंगल का दिन अमंगल साबित हुआ है। फुल्लीडुमर में एक बच्ची जिंदगी और माैत से जूझ रही है। घटना के बाद धनकुंड, पंजवारा व फुल्लीडुमर में मातम में है।
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