बांका में पानी समझ बच्चे ने पी लिया थीनर, हालत नाजुक
बांका जिले के अमरपुर में एक तीन वर्षीय बच्चे ने गलती से थीनर पी लिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। परिजनों ने उसे तुरंत रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे भागलपुर रेफर कर दिया गया। बच्चे के पिता ने बताया कि उन्होंने बरामदे में थीनर रखा था, जिसे बच्चे ने पानी समझकर पी लिया।
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
संवाद सहयोगी, अमरपुर (बांका)। नगर पंचायत क्षेत्र के डुमरामा मोहल्ला में बुधवार को थीनर पीने से एक मासूम की हालत गंभीर हो गई।
स्वजनों ने आनन-फानन में तीन वर्षीय प्रणव कुमार चट्टर्जी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया। जहां चिकित्सक ने गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया।
मासूम के पिता संत कुमार ने बताया कि घर के बरामदे में थीनर की बोतल रखी हुई थी। जिसे बच्चे ने पानी समझकर पी लिया।
कुछ ही देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। तब इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया। डॉ .पंकज कुमार ने बताया कि बच्चे की हालत नाजुक है । प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया है।
बंशीपुर में तालाब में डूबने से एक अधेड़ की मौत, स्वजनों में मातम
वहीं, दूसरी ओर क्षेत्र के बंशीपुर गांव में मछली तालाब में डूबने से एक अधेड़ की मौत हो गई। मृतक हरिहर प्रसाद सिंह का 54 वर्षीय पुत्र अंतर्जामी सिंह था।
मृतक के चाचा प्रेमचंद सिंह,छोटे भाई खीरु सिंह सहित अन्य ने बताया कि गांव के पश्चिम बहियार में निजी भूमि पर मछली तालाब है। अंतर्जामी सिंह अधिकांशतः मछली तालाब पर रहते थे। कुछ माह से वे अस्वस्थ भी चल रहे थे। बुधवार की सुबह अंतर्जामी मछली को चारा खिला रहे थे।
इस दौरान वे किसी तरफ फिसलकर तालाब में गिर पड़े। बहियार में काम कर रहे किसी किसान की नजर पड़ते ही शोर मचाने लगा। आवाज सुन स्वजन दौड़कर पहुंचे। करीब आधे घंटे के मशक्कत के बाद तालाब से अंतर्जामी को अचेतावस्था में बाहर निकालने का काम किया।
सूचना पर एंबुलेंस द्वारा सीएचसी लाया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डा संदीप कुमार ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। घटना की खबर मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। गांव में भी मातमी सन्नाटा पसर गया। पत्नी गुंजा देवी बार - बार दहाड़ मार कर अचेत हो रही थी।
दो भाइयों में अंतर्जामी सबसे बड़ा था। शादी के इतने वर्षों के बाद भी कोई संतान नहीं था। छोटा भाई खीरू अविवाहित है। मछली पालन और खेती-किसानी जीविका का साधन है। अचानक इस घटना से स्वजनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है।
चिकित्सक डॉ. संदीप भारती ने बताया कि पानी के अंदर दम घुटने से घटना हुई है। अस्पताल लाने के पहले मौत हो चुकी थी।
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