बिजेन्द्र कुमार राजबंधु, बांका।
लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस एक्टिव हो गई है। यहां पांच कंपनी अर्धसैनिक बलों की तैनाती नक्सल क्षेत्रों में की जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देश पर सुरक्षा को लेकर पूर्व के नक्सलियों की गतिविधियों पर पुलिस को नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
चुनाव में उनकी गतिविधियां क्या हैं, समाज में वे क्या कर रहे, इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए एक कंपनी अर्धसैनिक बल की टुकड़ी बांका जिला पहुंच गई है। शेष चार कंपनियां पांच से छह दिनों में आएंगी। जिले में पांच विधानसभा क्षेत्रों में नक्सल प्रभावित कटोरिया व बेलहर विधान सभा क्षेत्र में 197 बूथ नक्सल प्रभावित है। इसकी सुरक्षा के लिए पुलिस ने विशेष रणनीति बनाई है।
इसके लिए एरिया डोमिनेशन शुरू कर दिया गया है।
बॉर्डर एरिया पर वाहनों की जांच स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर की जा रही है। फिलहाल, नक्सली पुनर्वास योजना के तहत सात ने अवैध हथियारों के साथ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। सभी के मुख्यधारा से जुड़ने की सूचना है। आयोग के निर्देश पर योजना से लाभान्वित नक्सलियों की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी गई है।
दरअसल, पुनर्वास योजना के तहत बांका प्रखंड के पप्पू यादव, बेलहर के नेपाली यादव, आनंदपुर के युगल राय, प्रेम राय, मनोज खैरा एवं कटोरिया के नेपाली उर्फ नंदकिशोर यादव को ढाई-ढाई लाख रुपये एवं छह-छह हजार प्रति माह जीवनयापन के लिए पेंशन की राशि दी जा रही है। इसके साथ ही आठ से अधिक नक्सली अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार हुए हैं। इन पर संग्रामपुर प्रखंड कार्यालय उड़ाने, शंभूगंज में बस जलाने सहित अन्य आरोप हैं।
197 नक्सल बूथों पर नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर- एसपी
एसपी सत्यप्रकाश ने बताया कि 1548 बूथों में 197 नक्सल बूथों पर नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। आयोग के आदेश पर इसकी विशेष मानिटरिंग की जा रही है।
जिले में कटोरिया और बेलहर विधान सभा क्षेत्र का क्षेत्र जंगली है। चांदन व फुल्लीडुमर ऐसे प्रखंड में कई बार नक्सलियों ने संवेदकों से लेवी मांगी थी। तत्कालीन एसपी राजीव रंजन ने राज्य सरकार के आदेश पर सड़क निर्माण में शामिल एजेंसियों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।
फिलहाल, नक्सलियों की गतिविधियां बंद हैं। चुनाव को लेकर आयोग ने बांका के साथ पड़ोसी जिले जमुई, मुंगेर एवं लखीसराय में पुराने नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
जमुई में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली बालेश्वर कोड़ा, नागेश्वर कोड़ा और अर्जुन कोड़ा को पुनर्वास योजना का का लाभ मिला है। मुंगेर में सूरज मुर्मू को लाभ मिला है।
लखीसराय में एसएसबी की दो कंपनियां पहले से मौजूद- एसपी
उन्होंने बताया कि जमुई और लखीसराय में एसएसबी और सीआरपीएफ की मौजूद कंपनी की ही चुनाव के लिए भी प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। लखीसराय में एसएसबी की दो कंपनियां पहले से मौजूद हैं, जो अब चुनाव कार्य में भी भाग लेगी।
पड़ोसी जिले मुंगेर में एक दर्जनों नक्सलियों पर पुलिस की नजर है।
धरहरा, हवेली खड़गपुर व बरियारपुर प्रखंड के ऋषिकुंड पहाड़ पर नक्सलियों का कभी बसेरा रहा है। इस कारण इस जिले में दो कंपनी अर्धसैनिक बलों को नक्सल प्रभावित 57 बूथों की सुरक्षा में लगाया जाएगा। मुंगेर में तीन के आवेदन में कुछ कमियां थी। इस कारण आवेदन वापस लौट गया। फिर से आवेदन भेजा जा रहा है। इस जिले को दो कंपनी बल मिले हैं। एक भीमबांध और दूसरी कंपनी जमालपुर में है।
एएसपी अभियान कुणाल कुमार ने बताया कि जिले की सूची में आठ नक्सली अभी फरार है। 1032 बूथों में 57 बूथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हैं। कोबरा व एसटीएफ के साथ लगातार आपरेशन सैडो चल रहा है।
लोकसभा चुनाव को लेकर पुराने नक्सलियों पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए एक कंपनी अर्धसैनिक बल की टीम आ गई है। स्थानीय पुलिस के साथ टीम द्वारा एरिया डोमिनेशन, बार्डर एरिया की जांच के साथ वाहनों की जांच शुरू कर दी गई है। शेष चार कंपनियों के आने के बाद गतिविधियां और सक्रिय हेगी। पुनर्वास योजना का लाभ लेने वाले सात पूर्व के नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर है।
- सत्यप्रकाश,
एसपी, बांका
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