Banka News: खाद की कालाबाजारी करने वालों की अब खैर नहीं, शुरू हुआ नया सिस्टम
बांका में किसानों को सही दाम पर खाद मिले इसके लिए खाद की कालाबाजारी रोकने हेतु ऑनलाइन मॉनिटरिंग शुरू की गई है। कृषि विभाग ने एक मोबाइल एप शुरू किया है जिससे खाद दुकानों की निगरानी हो रही है। अधिकारियों की लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है ताकि फर्जी रिपोर्ट ना आए। जिले में खाद का पर्याप्त स्टॉक है जिससे किसानों को खाद की कमी नहीं होगी।

संवाद सूत्र, बांका। किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अब खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए ऑनलाइन मॉनिटरिंग की शुरुआत की गई है। जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने इस दिशा में एक ठोस पहल की है।
अब तक खाद दुकानों की जांच परंपरागत तरीके से की जाती थी, लेकिन अब यह प्रक्रिया तकनीक आधारित हो गई है। विभाग द्वारा एक विशेष मोबाइल एप प्रदान किया गया है, जिसके माध्यम से निरीक्षण किया जा रहा है।
इस एप से जीपीएस के जरिए निरीक्षण करने वाले अधिकारी की लोकेशन ट्रेस होती है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिकारी वास्तव में मौके पर जाकर जांच कर रहे हैं या नहीं।
जिला कृषि पदाधिकारी त्रिपुरारी शर्मा ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत अब कोई भी अधिकारी कार्यालय में बैठकर फर्जी रिपोर्ट नहीं सौंप सकता। एप के जरिए पूरे जिले में खाद दुकानों की निगरानी की जा रही है।
इस नई पहल से उम्मीद जताई जा रही है कि खाद वितरण प्रणाली में पारदर्शिता आएगी और किसानों को समय पर व उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध हो सकेगा। कालाबाजारी करने वालों पर अब आसानी से कार्रवाई की जा सकेगी।
जिले में खाद का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध किसानों को खाद की किल्लत नहीं झेलनी होगी। खाद का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में विभिन्न प्रकार की खाद का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है।
वर्तमान में जिले में यूरिया 5523 टन, डीएपी 1148 टन तथा एनपीके 3426 टन खाद उपलब्ध है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि किसानों को खाद की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
किसानों को खाद की कोई कमी नहीं होगी। यहां पर पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। कालाबाजारी को रोकने के लिए लगातार जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी हो रही है। -त्रिपुरारी शर्मा, जिला कृषि पदाधिकारी।

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