नेत्र रोग विशेषज्ञ कर रहे टाइफायड का इलाज
बांका। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सदर अस्पताल आने वाले मरीज की संख्या में भारी कमी आ गई है।
बांका। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सदर अस्पताल आने वाले मरीज की संख्या में भारी कमी आ गई है। सदर अस्पताल में इंट्री करने से पहले मरीजों की कोरोना जांच की जाती है। ऐसे में मरीज किसी भी फजीहत से बचना चाहते हैं।
गुरुवार को सदर अस्पताल का जायजा लेने जब दैनिक जागरण की टीम पहुंची तो अस्पताल में मरीज काफी कम दिखे। रोस्टर के हिसाब से चिकित्सक मुस्तैद दिखे। जांच में यह बात सामने आई कि सदर अस्पताल में चिकित्सक की भारी कमी है। इस वजह से कई गंभीर रोगों के मरीज को भागलपुर का सहारा लेना पड़ रहा है। सदर अस्पताल में चिकित्सकों के 38 पद स्वीकृत हैं, लेकिन इनमें महज 17 ही कार्यरत हैं। तीन चिकित्सक और योगदान देने वाले हैं। अभी उनके आने की तिथि निर्धारित नहीं हो पाई है। इतने बड़े सदर अस्पताल में मात्र एक सर्जन लक्ष्मण पंडित अपनी सेवा दे रहे हैं। इस कारण गुरुवार को नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. धर्मवीर भारती को टाइफाइड मरीज का इलाज करते देखा गया।
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गुरुवार को तैनात चिकित्सक
इमरजेंसी सेवा: डॉ. दिलीप कुमार
ओपीडी सेवा: डॉ. धर्मवीर भारती
रात्री सेवा: डॉ. आशीष रंजन
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समय 11 बजकर 15 मिनट
ओपीडी में चिकित्सक दिलीप कुमार मरीज को देखने में व्यस्त थे। वे हर मरीज को मास्क लगाने की सलाह दे रहे थे। कई मरीज जब एक साथ कक्ष में प्रवेश कर गए तो थोड़ी देर के लिए चिकित्सक ने फटकार भी लगाई।
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समय 11 बजकर 22 मिनट
पर्ची खिड़की पर औसत से कम भीड़ गुरुवार को देखी गई। पर्ची काटने वाले ऑपरेटर ने बताया कि अभी मरीजों की संख्या काफी कम आ रही है। जिसकी वजह से थोड़ी राहत भी है।
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मरीजों की राय
सदर अस्पताल में सभी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन चिकित्सक की कमी के कारण कई बार रात में परेशानी हो जाती है। सरकार को यहां पर जल्द से जल्द से चिकित्सक उपलब्ध कराना चाहिए। जिससे की शहर से लेकर गांव वालों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिल सकें।
आशुतोष कुमार, जगतपुर
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महिला चिकित्सक का अभाव है। इस कारण परेशानी हो रही है। संकोच के कारण पुरुष चिकित्सक के समक्ष कुछ भी बोलने में दिक्कत होती है।
शोभा देवी, विजयनगर
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