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    मनरेगा के सभी मजदूरों का E-KYC जरूरी, लगभग 30 फीसदी काम पूरा

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 02:05 PM (IST)

    मनरेगा के तहत काम करने वाले सभी मजदूरों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। सरकार ने यह फैसला योजना में पारदर्शिता लाने और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए किया है। अभी तक लगभग 30 फीसदी मजदूरों का ई-केवाईसी पूरा हो चुका है, और बाकी मजदूरों के लिए यह प्रक्रिया तेजी से चल रही है। ई-केवाईसी से मजदूरों को समय पर मजदूरी का भुगतान मिलेगा।

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    मजदूरों की ई-KYC जरूरी। फाइल फोटो

    संवाद सूत्र, बांका। मनरेगा के तहत ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को काम देने की कवायद तेज है। चुनाव खत्म होने के बाद अब काम में तेजी का निर्देश दिया गया है। इसके तहत सभी मजदूरों का ई-केवाईसी करने का भी निर्देश दिया है।

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    जिले में अब तक महज 30 फीसद ई-केवाईसी का काम पूरा हो सका है। वैसे तो मनरेगा मजदूरों की संख्या तीन लाख के पार है, लेकिन एक्टिव मजदूरों की संख्या एक लाख 97 हजार 427 है।

    इसमें से अब तक 58 हजार मजदूरों का ई-केवाईसी हो चुका है। डीडीसी ने सभी प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी और पंचायत रोजगार सेवक को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया है।

    प्रखंडों की बात की जाए तो अमरपुर में कुल 18,137 एक्टिव मजदूर हैं। इसमें से 23 फीसद से अधिक ई-केवाईसी हो चुका है। बांका में 35 फीसद मजदूरों का केवाईसी हो चुका है। यहां पर एक्टिव मजदूरों की संख्या 16 हजार 256 है।

    बाराहाट में 22 फीसद मजदूरों का ई-केवाईसी हुआ है। यहां पर एक्टिव मजदूरों की संख्या 13 हजार 767 है। बौंसी में एक्टिव मजदूरों की संख्या 21 हजार 303 है। इसमें से 26 फीसद ई-केवाईसी हो चुका है। बेलहर में 30 फीसद मजदूरों का ई-केवाईसी हो चुका है।

    चांदन में एक्टिव मजदूरों की संख्या 19 हजार 806 है। इसमें से 40 फीसद मजदूरों का ई-केवाईसी हो चुका है। धोरैया में 25 फीसद मजदूरों का हो चुका है। यहां पर एक्टिव मजदूरों की संख्या 21 हजार 620 है। ईकेवाई करने में सबसे बेहतर प्रगती फुल्लीडुमर प्रखंड का है। यहां पर एक्टिव लेवर 12 हजार 112 हैं। इसमें से आधे मजदूरों का ई-केवाईसी हो चुका है।

    कटोरिया में एक्टिव मजदूरों की संख्या 17 हजार 784 है। इसमें से 37 फीसद मजदूरों का हो चुका है। रजौन में 24 फीसद ई-केवाईसी हो चुका है। एक्टिव मजदूरों की संख्या 17 हजार 962 है। शंभुगंज में 20 हजार 220 एक्टिव मजदूर है, इसमें से 18 फीसद मजदूरों का ई-केवाईसी हो चुका है।

    तेजी से ई-केवाईसी करने का निर्देश

    डीडीसी ने सभी रोजगार सेवकों और पीओ को ई-केवाईसी में तेजी का निर्देश दिया है। इसकी हर दिन जिला स्तर से मानीटरिंग भी की जा रही है। 30 नवंबर तक लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। बाराहाट, शंभुगंज और रजौन में रफ्तार धीमी है। जबकि फुल्लीडुमर, कटोरिया, बांका सहित कुछ प्रखंडों की स्थिति बेहतर है।

    काम में आएगी तेजी

    मनरेगा के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। 15 जून से 15 अक्टूबर तक बारिश के कारण मिट्टी कटाई का सारा काम बंद रहता है, लेकिन इकसे बाद विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो जाने के कारण कोई नया काम शुरू नहीं हो सका। अब सभी पंचायतों में नया काम खुलेगा, जिससे मजदूरों को काम मिल सकेगा।

    जिले में एक्टिव मनरेगा मजदूरों की संख्या एक लाख 97 हजार है। इन सभी मजदूरों का ई-केवाईसी होना है। अभी 30 फीसद के करीब हो चुका है। इसमें तेजी लाने का निर्देश सभी पीओ और पीआरएस को दिया गया है। -उपेंद्र सिंह, डीडीसी