Heart Attack: चलते फिरते आ जा रहा हार्ट अटैक... बाबा दरबार पहुंचने से पहले ‘दिल’ दे रहा जवाब, 7 कांवरियों ने गंवाई जान
Heart Attack श्रावणी मेला 2025 कांवर यात्रा के दौरान कांवरिया पथ पर अबतक 7 कांवरियों की मौत हार्ट अटैक से हुई है। कई को चलते-फिरते स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान कर रही हैं। 9 अगस्त को श्रावणी मेले का विधिवत समापन होगा। इस बीच 20 स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग का मेडिकल कैंप संचालित हो रहा है।

बिजेन्द्र कुमार राजबंधु, बांका। Heart Attack विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले को लेकर कांवरियों का रेला परवान पर है। खासकर सावन मास की अंतिम सोमवारी को कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इस धार्मिक आस्था की यात्रा में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। अब तक 22 दिनों की कांवर यात्रा में बांका जिला के 54 किलोमीटर पथ पर सात कांवरियों की जान जा चुकी है, जिनमें से अधिकतर की मौत हृदयगति रुकने (हार्ट अटैक) से हुई है। चिकित्सकों ने भी इसकी पुष्टि की है। मृत कांवरियों में झारखंड राज्य के बोकारो, जामताड़ा, और बिहार के पटना, नवादा, जहानाबाद सहित अन्य जिलों से आए हुए थे।
अजगैवीनाथ स्थित उत्तरवाहिनी गंगा नदी से जल लेकर निकले कांवरियों की बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचने से पहले ही दिल ने जवाब दे दिया, जिससे उनकी जान चली गई। वैसे जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग की ओर से कांवरियों की सुविधा के लिए 20 स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं। इसके अलावा 30 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
जानकारी के अनुसार श्रावणी मेले की शुरुआत 11 जुलाई से प्रारंभ हुई है। मेला शुभारंभ के दूसरे दिन 12 जुलाई को 57 वर्षीय वृद्ध श्रद्धालु नवादा जिले के साकेत बिहारी की मौत हार्ट अटैक से हो गई थी। 13 जुलाई को पटना जिले के निवासी श्यामनंदन शर्मा को पेट दर्द की शिकायत हुई। अस्पताल में भर्ती कराने पर उसकी जान चली गई। स्वजन बिना शव का पोस्टमार्टम कराये ही ले गए।
19 जुलाई को मधुवनी जिले के 55 वर्षीय वैद्यनाथ यादव, झारखंड राज्य के जामतारा निवासी 48 वर्षीय नियात बाउरी, जहानाबाद निवासी राजीव गांधी, आसाम बंगाल के सिलीगुड़ी निवासी मानिकचंद्र वंशली की भी मौत हार्ट अटैक से हुई है। नशे के ओवरडोज से 22 जुलाई को बोकारो निवासी 30 वर्षीय अभय तिवारी का निधन हुआ था। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के 12 वर्षीय बाल कांवरिया 12 दिनों से लापता है। सड़क हादसे में मुंगेर सीमा में कटिहार के एक युवा कांवरिये की भी मौत हुई है।
पिछले साल भी दर्ज हुई थीं कई मौतें
पिछले साल पूरे सावन माह में कुल 13 श्रद्धालुओं की जान गई थी। इनमें सर्पदंश, हृदयगति रुकना, चाकू मारकर हत्या और करंट लगने जैसी घटनाएं शामिल थीं। इस बार प्रशासनिक सख्ती से हत्या, लूट ऐसी घटनाओं में किसी श्रद्धालुओं की मौत नहीं हुई है।
लंबी दूरी की पैदल यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं को अपने स्वास्थ्य की जांच करा लेनी चाहिए। बुजुर्ग, हृदय रोगी या गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग सावधानी बरतें और जरूरत पड़ने पर यात्रा से परहेज करें। अधिक स्पीड से चलने व गर्मी के कारण प्राय: हार्ट अटैक से लोगों की मौत होती है। डा शैलेन्द्र कुमार, प्रभारी, पीएचसी, बांका
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।