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KK Pathak: बिहार के शिक्षकों में केके पाठक का खौफ खत्म! स्कूल की टाइमिंग में झोल कर रहे गुरुजी

KK Pathak शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की सख्ती के बाद सरकारी स्कूलों में कई बदलाव हुए। सबसे प्रथम विद्यालयों में शिक्षक समय के पहले पहुंचने लगे हैं जबकि बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ने लगी है। कुछ स्थानों पर मध्याह्नकाल के बाद विद्यालयों की स्थिति खराब है। अधिकांश विद्यालयों में एमडीएम के बाद बच्चों की उपस्थिति कम होती जा रही है।

By Amarkant Mishra Edited By: Shashank Shekhar Published: Tue, 02 Apr 2024 01:35 PM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2024 01:35 PM (IST)
KK Pathak: बिहार के शिक्षकों में केके पाठक का खौफ खत्म! (फाइल फोटो)

अमरकांत मिश्र, शंभुगंज (बांका)। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की सख्ती के बाद सरकारी स्कूलों में कई बदलाव हुए। सबसे प्रथम विद्यालयों में शिक्षक समय के पहले पहुंचने लगे हैं, जबकि बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ने लगी है।

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कुछ स्थानों पर मध्याह्नकाल के बाद विद्यालयों की स्थिति खराब है। अधिकांश विद्यालयों में एमडीएम के बाद बच्चों की उपस्थिति कम होती जा रही है।

यहां तक कि शिक्षक भी समय के पहले छुट्टी देकर निश्चिंत हो जाते हैं। इसमें कई शिक्षकों ने बताया कि पंजी में 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज को लेकर बच्चे तो विद्यालय पहुंचते हैं। फिर मध्याह्न काल में भोजन करने के बाद कई बच्चे कोई न कोई बहाने बना लेते हैं।

दो दिन पहले जब दैनिक जागरण की टीम ने कुछ विद्यालयों में मध्याह्न काल के पूर्व और बाद की पड़ताल की यह बात सामने आई है। इस संबंध में बीडीओ नीतीश कुमार ने बताया कि समय के पहले विद्यालय में छुट्टी देना गंभीर मामला है। इसकी जांच कर दोषी शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

सीन एक

12: 30 बजे प्राथमिक विद्यालय बढैत-

विद्यालय में बच्चे तो फर्श पर बैठ मध्याहन भोजन कर रहे थे। विद्यालय प्रभारी गोपाल पासवान ने बताया कि जलस्तर नीचे जाने से चापानल ठीक से नहीं चल रहा है। बिजली व्यवस्था ठीक नहीं रहने से मोटर बंद है।

सीन दो

12:45 बजे प्राथमिक विद्यालय एसटी धरमपुर-

मध्याह्न भोजन के बाद कई बच्चे घर जा चुके थे, कुछ बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे। शौचालय में ताला लटका था। एक शिक्षक मोबाइल पर मगन थे। विद्यालय प्रभारी रेखा कुमारी ने बताया कि कूल बच्चों की संख्या 97 है। इसके लिए दो वर्ग कक्ष हैं। रसोईघर जर्जर होने से एक कक्ष में भोजन पकाते हैं। पानी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से शौचालय में ताला लगाकर रखते हैं।

सीन तीन

3:25 बजे प्राथमिक विद्यालय शंभुगंज ऊर्दू-

3:25 बजे विद्यालय में छुट्टी हो चुकी थी। बरामदे पर एक मेज और चार कुर्सी लगी थी। पूछने पर शिक्षिका शैयदा रजीन ने कहा कि प्रभारी साइस्ता तस्मीन जरूरी काम से बीआरसी में है। रोजा के कारण कुछ देर पहले छुट्टी दिए हैं।

सीन चार

3:40 बजे एनपीएस मोकहरी-

इस विद्यालय में भी समय के पहले छुट्टी हो चुकी थी। विद्यालय प्रभारी अनिता कुमारी भी घर जाने की तैयारी में थी। पूछने पर बताया कि एक दिन पहले परीक्षा समाप्त हो गया। जिस कारण मध्याह्न काल के बाद बच्चे कम पहुंचे।

सीन पांच

4:45 बजे प्राथमिक विद्यालय केहनीचक-

समय के पहले विद्यालय में छुट्टी हो चुकी थी। कुछ बच्चे साउंड बॉक्स को हटा रहे थे। एक शिक्षिका बरामदे पर टहल रही थी। पूछने पर नाम एकता भारती और खुद को प्रभारी बताते हुए कहा कि परीक्षा के बाद पांचवीं कक्षा के बच्चों का विदाई समारोह था। समापन के कुछ देर बाद छुट्टी दिए हैं।


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