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    बारिश के बाद बढ़ रहे डायरिया के मरीज, सदर अस्पताल में लगी भीड़

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 11:31 AM (IST)

    बांका जिले में बारिश और धूप के कारण दूषित भोजन से डायरिया फैल रहा है जिससे सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक मरीज आ रहे हैं। चिकित्सक ओआरएस घोल पीने और बाजार के खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दे रहे हैं। अस्पताल में दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो।

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    डायरिया पीड़ितों की संख्या बढ़ी, ग्रामीण इलाकों से सबसे अधिक मरीज

    संवाद सहयोगी, बांका। बारिश और तेज धूप के बीच दूषित भोजन और पानी लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। इसकी वजह से जिले में डायरिया पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सदर अस्पताल में रोजाना करीब एक दर्जन मरीज इस बीमारी से इलाज कराने पहुंच रहे हैं।

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    बीते एक सप्ताह में 30 से अधिक लोग अस्पताल पहुंचे हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है।जानकारी के अनुसार गांवों में पहले लोग स्थानीय चिकित्सकों से इलाज करा रहे हैं। लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होने पर वे सदर अस्पताल का रुख कर रहे हैं। मौसम में रोजाना हो रहे बदलाव भी बीमारी को बढ़ावा दे रहे हैं।

    चिकित्सकों का कहना है कि बरसात के मौसम में दूषित व बासी खाद्य पदार्थ डायरिया का मुख्य कारण है। ओपीडी में भीड़, मरीजों को मिल रही सलाह गुरुवार को सदर अस्पताल की ओपीडी में डायरिया पीड़ितों की काफी भीड़ रही।

    चिकित्सक डॉ. प्रमोद कुमार लगातार मरीजों को जांच कर दवा और उचित परामर्श दे रहे थे। उन्होंने बताया कि इस मौसम में विशेष सावधानी की जरूरत है। पानी का जमाव, खुले व तेलयुक्त बाजारू सामान, बासी पकवान और सड़क किनारे बिकने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन डायरिया के मामलों को बढ़ा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बाजार से सामान लेते समय उसकी ताजगी जरूर जांचें।

    डायरिया के लक्षण और बचाव

    डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि डायरिया का मुख्य लक्षण बार-बार पानी जैसा पतला दस्त होना है। इसके साथ पेट में मरोड़, उल्टी और शरीर में पानी की कमी देखी जाती है। समय पर इलाज नहीं मिलने पर मरीज पूरी तरह से कमजोर हो सकता है।

    उन्होंने सलाह दी कि मरीज को हर हाल में तरल पदार्थ की पर्याप्त मात्रा लेनी चाहिए। इसके लिए सबसे अच्छा उपाय ओआरएस का घोल है। अगर ओआरएस उपलब्ध नहीं हो तो एक लीटर शुद्ध पानी में एक चम्मच चीनी और आधा चम्मच नमक मिलाकर घोल बनाकर पीना चाहिए। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती।

    अस्पताल में दवाओं का पर्याप्त भंडार

    सदर अस्पताल प्रबंधक सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि बढ़ती मरीज संख्या को देखते हुए अस्पताल में पर्याप्त दवा का इंतजाम किया गया है। किसी भी मरीज को इलाज और दवा के मामले में कोई परेशानी नहीं होगी। सभी रोगियों का चिकित्सक की सलाह पर सही तरीके से इलाज किया जा रहा है।

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