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    बांका में सहकारी समितियों का डिजिटलीकरण, ग्रामीणों को ऑनलाइन मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 03:50 PM (IST)

    बांका जिले में सहकारी समितियों को आधुनिक बनाने के लिए ई-पैक्स के रूप में विकसित किया जा रहा है। 189 पैक्सों में से कई ई-पैक्स के रूप में काम कर रही हैं। 2 अक्टूबर तक सभी समितियों में कॉमन सर्विस सेंटर शुरू करने का लक्ष्य है जिससे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीणों को कई सुविधाएँ मिलेंगी।

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    गांवों की सहकारी समितियां बनेंगी ई-पैक्स। फाइल फोटो

    संवाद सूत्र, बांका। जिले में सहकारी समितियों को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इसके तहत सभी समितियों को ई-पैक्स (डिजिटल पैक्स) के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिले के कुल 189 पैक्स का चयन डिजिटाइजेशन के लिए किया गया है।

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    इनमें से अब तक तीन दर्जन से अधिक समितियां ई-पैक्स के रूप में कार्य करना शुरू कर चुकी हैं, जबकि शेष समितियों को भी तेजी से तैयार किया जा रहा है। लक्ष्य है कि दो अक्टूबर तक सभी समितियों में कामन सर्विस सेंटर की शुरुआत हो।

    जिला सहकारिता पदाधिकारी जैनुल आब्दीन अंसारी ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य पैक्सों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देना और गांवों के लोगों को डिजिटल सुविधाओं से जोड़ना है। ई-पैक्स बनने के बाद समितियों का सारा कामकाज पूरी तरह पेपरलेस होगा।

    इससे जहां कार्यों में पारदर्शिता आएगी, वहीं गति भी बढ़ेगी। अब तक 105 पैक्सों को कंप्यूटर, प्रिंटर और अन्य उपकरण उपलब्ध करा दिए गए हैं। साथ ही प्रबंधकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें डिजिटल कार्यप्रणाली से परिचित कराया जा चुका है।

    तेजी से हो रहा है काम 

    कई समितियों में कैश बुक का भी ऑनलाइन अपडेट पूरा हो चुका है। ई-पैक्स बनने के बाद वहां हर दिन की शुरुआत और अंत पूरी तरह ऑनलाइन दर्ज होगी।

    इससे पारंपरिक मैनुअल कार्य पूरी तरह समाप्त हो जाएंगे। इस व्यवस्था पर सतत निगरानी के लिए प्रखंड स्तर के सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

    ई-पैक्सों से ग्रामीणों को कई तरह की सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। वित्तीय लेन-देन पूरी तरह डिजिटल माध्यम से होगा। समिति के सदस्यों के साथ-साथ गांव के आम लोगों को भी इन सेवाओं का लाभ मिलेगा।

    आने वाले समय में किसान और ग्रामीण जन यहां से ऋण, बीमा, अनुदान योजनाओं की जानकारी, खाता संबंधित कार्य तथा अन्य सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे।

    सीएससी सेंटर के जरिए लोगों को मिलेंगी सुविधाएं

    इसके साथ-साथ प्रत्येक पैक्स में कामन सर्विस सेंटर भी खोले जा रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से गांव के लोगों को बैंकिंग सुविधाओं के अलावा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ, आधार वेरिफिकेशन, पेंशन, बिल भुगतान, बस-रेल टिकट की बुकिंग जैसी सेवाएं भी मिलेंगी।

    इन सीएससी का संचालन संबंधित पैक्स प्रबंधक करेंगे, जिन्हें इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।डीएसओ ने बताया कि जिले की सभी समितियों को ई-पैक्स के रूप में विकसित करने के साथ ही कामन सर्विस सेंटर की आईडी अपडेट करने का कार्य दो अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

    इस कदम से ग्रामीण अंचल में डिजिटल सेवाओं का दायरा बढ़ेगा और लोग गांव में ही आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

    जिले की सभी समितियों को ई-पैक्स के रूप में विकसित किया जाना है। साथ ही पैक्स में कामन सर्विस सेंटर भी खोले जा रहे हैं। दो अक्टूबर तक सभी समितियों में सीएससी के आइडी को अपडेट करने का निर्देश दिया गया है। -जैनुल आब्दीन अंसारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी