BPSC Teacher: बांका में कॉमर्स के 65 टीचर बिना पढ़ाए 2 साल से उठा रहे वेतन, पोस्टिंग में गड़बड़ी
बांका जिले में बीपीएससी शिक्षक भर्ती में असमानता के कारण कई विद्यालयों में वाणिज्य शिक्षकों की गलत तैनाती हुई है। 71 में से केवल 7 शिक्षक ही छात्रों को पढ़ा रहे हैं, जबकि बाकी 65 शिक्षक उन विद्यालयों में तैनात हैं जहां वाणिज्य की पढ़ाई होती ही नहीं है। इससे 90% से अधिक वाणिज्य शिक्षक बिना पढ़ाए वेतन ले रहे हैं, जबकि छात्रों वाले विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है।

जागरण संवाददाता, बांका। बीपीएससी शिक्षक बहाली की तैनाती और स्थानांतरण में असमानता से विद्यालयों में कई प्रकार की खामियां सामने आ रही हैं। विद्यालयों के जिस विषय में बच्चे नहीं हैं, वहां शिक्षक हैं। खासकर हाईस्कूल और इंटर स्कूलों में जहां बच्चे हैं, वहां पढ़ाने वाले शिक्षक नहीं हैं। इससे अधिकांश विद्यालयों में पढ़ाई का गणित ही बिगड़ गया है।
अब इंटर में वाणिज्य शिक्षकों की तैनाती का ही हाल देखिए। बीपीएससी से जिले में वाणिज्य के विषय उद्यमिता, बिजनस स्टडी और एकाउंट के अलावा अर्थशास्त्र में 71 से अधिक शिक्षक तैनात हुए हैं। इसमें केवल सात शिक्षक ही बच्चों को पढ़ाने के काम आ रहे हैं। बाकी 65 वाणिज्य शिक्षकों की तैनाती ऐसे विद्यालयों में है, जहां वाणिज्य की पढ़ाई का ना कोड प्राप्त है, ना वहां कभी किसी बच्चे ने वाणिज्य संकाय में नामांकन लिया है। यानी वाणिज्य के 90 प्रतिशत से अधिक शिक्षक बच्चों को बिना पढ़ाए पिछले दो साल से वेतन प्राप्त कर रहे हैं।
इसमें अधिकांश शिक्षक नए उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में तैनात हैं, जिन्हें अभी वाणिज्य में नामांकन और पढ़ाई का कोड ही नहीं मिला है। वाणिज्य संकाय में जिन तीन विद्यालयों में बच्चों का नामांकन है, उनमें आरएमके, नवादा बाजार और कटोरिया उच्च विद्यालय शिक्षकों की कमी का रोना रो रहे हैं। तीनों जगह वाणिज्य के शिक्षकों की संख्या एक से दो तक सीमित है।
अब देखिए, उच्च विद्यालय जयपुर में वाणिज्य के तीन शिक्षक हैं, मगर वहां आज तक वाणिज्य में एक भी बच्चा नामांकित नहीं हुआ है। शहर में ही एमआरडी, एसएस बालिका और ककवारा उच्च विद्यालय में वाणिज्य संकाय का एक भी नामांकन नहीं है। लेकिन तीनों जगह शिक्षक तैनात हैं। इससे उलट बच्चों के नामांकन वाले स्कूल केवल एक-एक शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं।
आरएमके स्कूल में हर साल 120 से अधिक नामांकन के बाद भी 12 साल से केवल एक वाणिज्य शिक्षक है। शिक्षा विभाग ने किसी उत्क्रमित उच्च विद्यालय में वाणिज्य का पद स्वीकृत नहीं करने का आदेश जारी किया हुआ है। इसके बावजूद जिले में 70 में अधिकांश शिक्षक उत्क्रमित स्कूलों में ही तैनात हैं।
बिजनस स्टडी के शिक्षक नौबहार साबिर, रंगोली कुमारी, राजेश कुमार आदि बताते हैं कि दो साल से वे लोग विद्यालयों में हैं लेकिन आज तक उनके स्कूलों में वाणिज्य के किसी बच्चे का नामांकन नहीं हुआ है। वे लोग बिजनस स्टडी पढ़कर कक्षा खाली मिलने पर बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी पढ़ाने को मजबूर हैं।
वाणिज्य में इंटर शिक्षक
- एकाउंटेंसी-18
- बिजनस स्टडी-19
- उद्यमिता-13
- अर्थशास्त्र- 37
शिक्षकों की पोस्टिंग पटना से ऑनलाइन माध्यम से की गई थी। कई विद्यालयों में बिना बच्चों वाले विषय में शिक्षकों की तैनाती हो सकती है। इस संबंध में राज्य मुख्यालय को अवगत कराया गया है। शिक्षकों की स्थानांतरण प्रक्रिया अभी जारी है। आगे इसमें सुधार करने का प्रयास होगा। - देवनारायण पंडित, डीईओ, बांका

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