Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Teacher: देर से आने और जल्दी जाने वाले गुरुजी की अब खैर नहीं, चुनाव के बाद फिर से शिक्षा विभाग सख्त

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 07:36 PM (IST)

    विधानसभा चुनाव के बाद शिक्षा विभाग शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर सख्त हो गया है। देर से आने और जल्दी जाने वाले शिक्षकों का वेतन काटा जाएगा। लगभग डेढ़ दर्जन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। कई शिक्षक बिना सूचना के गायब रहते हैं, और कुछ 'मार्क ऑन ड्यूटी' की हाजिरी लगा रहे हैं। 

    Hero Image

    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, बांका। विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद शिक्षा विभाग अब विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर सख्त हो गया।

    देर से आने और जल्दी जाने वाले गुरुजी की अब खैर नहीं रहने वाली है। शिक्षा विभाग अब ऐसे शिक्षकों का सीधे वेतन कटौती करने जा रही है।

    फिलहाल, देर से विद्यालय और पहले विद्यालय छोड़ने वाले डेढ़ दर्जन शिक्षकों से डीईओ और डीपीओ स्थापना ने स्पष्टीकरण पूछा है।

    शनिवार देर शाम तक ऐसे शिक्षकों को बांका बुलाकर कार्यालय में पूछताछ जारी है। विद्यालय आने-जाने में देरी के अलावा भी बड़ी संख्या में जिला में ऐसे शिक्षक चिह्नित किए गए हैं जो महीने में कई दिन बिना विद्यालय आउट किए ही निकल गए। यानी उन्होंने समय से पहले विद्यालय छोड़ दिया। ऐसे शिक्षकों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके अलावा चुनाव बाद भी बड़ी संख्या में शिक्षक हर दिन मार्क ऑन ड्यूटी की हाजिरी बना रहे हैं। अभी ना कोई प्रशिक्षण चल रहा है ना विभागीय काम। ऐसे स्थिति में बिना ठोस कारण के मार्क ऑन ड्यूटी बनाने वाले शिक्षकों को भी चिह्नित किया जा रहा है।

    डीपीओ स्थापना संजय कुमार यादव ने बताया कि शिक्षकों को हर हाल में 9:30 से 4:00 बजे के समय का अनुपालन करना होगा। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे शिक्षकों की हर दिन वे खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

    इसके अलावा एक टीम लगातार ऐसे शिक्षकों की ई-शिक्षा कोष से निगरानी कर रही है। चुनाव बाद विद्यालयों में समय का अनुपालन नहीं करने वाले डेढ़ दर्जन शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा गया है। उनका संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनके वेतन कटौती की कार्रवाई की जाएगी।

    मालूम हो कि चुनाव राज्य स्तर से भी ई-शिक्षा कोष एप से शिक्षकों की मॉनिटरिंग लगातार तेज कर दी गई है। विद्यालय पर शिक्षक समय पर पहुंचकर बच्चों को पढ़ाएं इसे सुनिश्चित कराया जा रहा है।