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    बिहार के बलबीर तिरंगा फहराकर देश में बटोर रहे तारीफ, फतह की माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी

    By Ashutosh KundanEdited By: Jagran News Network
    Updated: Thu, 17 Aug 2023 02:14 PM (IST)

    हमारे देश में ऐसे कुछ लोग हैं जिन्होंने साहस और मेहनत का परिचय देते हुए अपने प्रदेश और देश को गौरवान्वित किया है। उनमें से एक हैं बिहार के मुंगेर जिले के धरहरा गांव के रहने वाले बलवीर सिंह जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है। उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर 18 हजार 364 फीट ऊपर तिरंगा झंडा फहराया है।

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    अद्वैत मिशन शिक्षण संस्थान के छात्र बलवीर सिंह ने माउंट एवरेस्ट पर लहराया तिरंगा

    संवाद सूत्र, बाराहाट(बांका): हर घर तिरंगा के तहत सभी घरों में तिरंगा लहराकर आजादी का जश्न मनाया गया। देश में ऐसे कुछ लोग हैं, जिन्होंने साहस का परिचय देते हुए अपने प्रदेश और देश को और गौरवान्वित किया है।

    उनमें से एक हैं, बिहार के मुंगेर जिले के धरहरा गांव के रहने वाले बलवीर सिंह, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है। माउंट एवरेस्ट पर वे 18 हजार 364 फीट ऊपर तिरंगा झंडा फहराया है।

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    मुंगेर जिले के धरहरा गांव के रहने वाले बलवीर ने इससे पहले भी बाइक से देश भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बाइक से भारत के कई राज्यों में पहुंच कर अपना देश भ्रमण अभियान को पूरा करते हुए तिरंगा लहराया है। वे तिरंगा झंडा के साथ ही अद्वैत मिशन शिक्षण संस्थान का सोहम ध्वज भी लेकर चल रहे हैं।

    जिले का मान-सम्मान बढ़ाया 

    उनके इस अभियान से प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ने के साथ ही क्षेत्र के युवाओं के भी हौसले बुलंद हुए हैं। उनकी इस देशभक्ति को देखकर अद्वैत मिशन संस्थान के चेयरमैन अरविंद माडम्बत ने प्रशंसा करते हुए माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराये जाने की सराहना की है। उन्होंने कहा कि उनकी इस देशभक्ति से संस्थान सहित जिले का नाम रोशन हुआ है।

    दुनिया की सैर करने में रुचि

    बता दें कि बलवीर देश और दुनिया की सैर करने में काफी रुचि रखते है। इन्होंने वर्ष 2022 के 83 दिनों में 21,584 किलोमीटर की यात्रा को अपनी बाइक से सावधानी व सतर्कता से सम्पन्न किया था। जिसमे इन्होंने देश के सभी राज्यों का भ्रमन करते हुए राज्यों के अलग-अलग संस्कृति, भाषा एवं वातावरण का अनुभव प्राप्त किया है।

    स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इन्होंने अपनी कठिन और संघर्षपूर्ण यात्रा को संपन्न कर दुनिया के ऊँचे शिखर माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर झंडा लहराकर जोश और जज्बे के साथ अपने लक्ष्य को पूरा किया है। माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर झंडा लहराकर बिहार में पहचान बनाया है।

    बाधाओं को पार कर सफलता हासिल की

     

    अपनी यात्रा में कुल 23 पर्वतों को पार कर 270 किमी ट्रैक एवं माउंट एवरेस्ट बेस कैंप (17,598 फीट), कलापट्ठर ट्रैक (जिसकी ऊंचाई 18,192 फीट) एवं नेपाल की गोक्यो पीक (जिसकी ऊंचाई 17,929 फीट) को भी फतह किया है।

    यात्रा में सबसे ऊंचाई वाले स्थान पर जहाँ ऑक्सीजन लेवल 50% से कम पाया जाता है, वहां पहुंचकर झंडा फहराकर इन्होंने कीर्तिमान स्थापित किया है।

    इनके इस कठिन सफर का एहसास इन सभी बातों से लगाया जा सकता है। अपने इस सफर में इन्होने एक पाँच वर्ष की छोटी सी बच्ची का साथ दिया, जो‌ एक छोटी सी उम्र में दुनिया में वर्ल्ड यंगस्टर गर्ल्स का खिताब अपने नाम करने वाली है।

    इन्हें यह सफलता काफी संघर्ष के बाद मिली है। उन्होंने सफलता का श्रेय अपने पिता टीपी सिंह व अद्वैत मिशन के चेयरमैन अरविंद माडम्बत को दिया है। बलवीर सिंह ने कहा कि उनकी ही प्रेरणा से एवरेस्ट पर फतह करने में सहायक बनी।