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    Bihar Teacher Salary: बिहार के इस जिले में 9000 शिक्षक भुगत रहे वेतन विसंगति का दंश, DA भी नहीं मिल रहा

    बांका जिले में सरकारी शिक्षक वेतन विसंगति से परेशान हैं। लगभग नौ हजार शिक्षकों को कम वेतन मिल रहा है जिससे उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों को वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल रहा है और महंगाई भत्ता भी कम मिल रहा है। राज्यकर्मी बनने के बाद भी कई शिक्षकों का वेतन घट गया है।

    By Rahul Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 12 Jun 2025 02:42 PM (IST)
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    बांका के नौ हजार शिक्षक वेतन विसंगति का भुगत रहे दंश

    जागरण संवाददाता, बांका। सरकारी शिक्षक बांका में लगातार वेतन विसंगति की सजा भुगत रहे हैं। अभी जिले के नौ हजार से अधिक शिक्षक इस विसंगति के कारण कम वेतन पा रहे हैं। किसी को हजार-पांच सौ से लेकर पांच हजार रुपये तक कम वेतन मिल रहा है। इससे शिक्षक परेशान हैं। इस विसंगति को दूर करने के लिए वे लगातार कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं।

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    इसके बावजूद महीने दो महीने नहीं, साल भर बाद भी वेतन की विसंगति दूर नहीं हो रही है। शिक्षकों को राज्यकर्मी बनने के बाद भी यह परेशानी है, जबकि उनका वेतन भुगतान अब पूरी तरह एचआरएमएस के माध्यम से हो रहा है।

    बीपीएससी से शिक्षकों की पहली बहाली नवंबर 2023 में हुई। इन शिक्षकों को एक जुलाई 2024 में ही पहली वेतन वृद्घि का लाभ मिलना था। अगले महीने यानी एक जुलाई 2025 को इन्हें दूसरी वेतन वृद्धि का लाभ मिलना है। पर इन शिक्षकों को अभी पहली वेतन वृद्घि का लाभ भी नहीं मिल सका है।

    इसी तरह बीपीएससी टीआरई टू के शिक्षकों ने फरवरी 2024 में विद्यालयों में योगदान किया। इन शिक्षकों को पहली वेतन वृद्धि का लाभ एक जनवरी 2025 में मिलना है। मगर छह महीने बाद भी इनके वेतन वृद्धि पर एचआरएमएस ने कोई विचार नहीं किया है।

    बीपीएससी के इन दोनों शिक्षकों की संख्या जिला में चार हजार से अधिक है। इसके अलावा, इन शिक्षकों को सलाना महंगाई भत्ता भी 55 प्रतिशत की जगह अब तक 50 ही मिल रहा है। जनवरी में चार हजार से अधिक नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर विशिष्ट शिक्षक के नाते राज्यकर्मी बने।

    इन शिक्षकों को भी एचआरएमएस ने प्राण नंबर दिया। मगर आश्चर्य से अधिकांश प्रारंभिक शिक्षकों को राज्यकर्मी बनने के बाद वेतन पहले से कम हो गया है। इनका नया वेतन निर्धारण नहीं हो सका। इस कारण कई शिक्षकों को आठ तक प्रति महीने वेतन कम मिल रहा है।

    राज्यकर्मी बने शिक्षकों को वेतन भुगतान एचआरएमएस के माध्यम से किया जाता है। एचआरएमएस खुद वेतन  की गणना कर इसका भुगतान शिक्षकों को करता है। वेतन विसंगति दूर करने के लिए एचआरएमएस ने शिक्षकों के डाटा वृद्धि में कुछ जानकारी मांगी है। इसे ठीक कराया जा रहा है। एक से दो दिनों में इसका काम पूरा हो जाएगा। कुंदन कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी