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    Bihar Vanshavali: 500 रुपये में सरपंच पति बना रहा फर्जी वंशावली, इस जिले में बढ़ रहा जमीन विवाद

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 07:15 PM (IST)

    बांका के जयपुर पंचायत में सरपंच पति पर फर्जी वंशावली बनाने का आरोप है जिससे गांव में तनाव बढ़ गया है। चुंड़ा सोरेन पर सरपंच के लेटर पैड का दुरुपयोग कर मनमाने ढंग से वंशावली जारी करने का आरोप है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी उन्होंने कई विवादित वंशावली बनाई हैं। पंचायत राज पदाधिकारी ने मामले की जांच कर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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    500 रुपये में सरपंच पति बना रहा फर्जी वंशावली, जयपुर में बढ़ रहा जमीन विवाद

    संवाद सूत्र, जयपुर (बांका)। जयपुर पंचायत की सरपंच चुरकी देवी के पति चुंड़ा सोरेन पर फर्जी वंशावली बनवाने का गंभीर आरोप लगा है। सरपंच के लेटर पैड पर वह मनमाने ढंग से वंशावली प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं। शिकायत के बाद पंचायत राज पदाधिकारी ने चेतावनी भी दी, लेकिन इसके बावजूद उनकी हरकतें जारी हैं।

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    बुधवार को जयपुर थाना में आदिवासी बहुल खैरखूंटी गांव से एक विवाद सामने आया, जिसमें एक ही परिवार की दो अलग-अलग वंशावली जारी कर दी गई। इससे खूनी संघर्ष की आशंका बढ़ गई है।

    एक पक्ष के रामलाल किस्कु ने बताया कि उन्होंने दो दिन पूर्व पांच सौ रुपये देकर वंशावली बनवाई, जबकि दूसरे पक्ष ने दावा किया कि दो माह पहले मात्र तीन सौ रुपये में वंशावली तैयार की गई थी।

    एक वंशावली में टिकलू मांझी के दो पुत्र दिखाए गए हैं, जबकि दूसरी में उन्हें निःसंतान दर्शाया गया है। यही नहीं, टिकलू मांझी के नाम पर खतियान आधारित जमीन का बिक्री कार्य भी हो चुका है।

    ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी चुंड़ा सोरेन ने दुलमपुर, नारायणपुर व अन्य गांवों में दर्जनों विवादित वंशावली तैयार कर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सरपंच चुरकी देवी ने हालांकि फर्जीवाड़े की जानकारी से इनकार किया है।

    ग्रामीणों ने कहा कि चुंड़ा सोरेन पुराने वर्ष की तिथि डालकर लेटर पैड पर वंशावली जारी करते हैं। हैरत की बात यह है कि जिन पत्रांक व दिनांक का उल्लेख किया जाता है, उनसे संबंधित कोई पंजी ग्राम कचहरी में दर्ज ही नहीं होता।

    वंशावली निर्गमन की नई प्रक्रिया

    अब पंचायत सचिव, ग्राम कचहरी सचिव और सरपंच के संयुक्त हस्ताक्षर अनिवार्य हैं। साथ ही आवेदक को शपथ पत्र, चार गवाहों के आधार व मोबाइल नंबर, पंचायत प्रतिनिधियों की अनुशंसा और पंचायत सेवक द्वारा रसीद कटवाना जरूरी है। सात दिनों तक आपत्ति नहीं होने पर ही प्रमाण पत्र जारी होगा।

    विशेष सर्वेक्षण में स्पष्ट निर्देश है कि सरपंच के एकल हस्ताक्षर वाली वंशावली स्वीकार नहीं की जाएगी।- सूरज कुमार, कानूनगो, सर्वे कैंप कटोरिया

    जयपुर सरपंच पति के खिलाफ फर्जी वंशावली बनाने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। ग्राम कचहरी सचिव से रिपोर्ट तलब की गई है। मामला सही पाए जाने पर सरपंच पति पर मुकदमा दर्ज कर सरपंच पर भी कार्रवाई की जाएगी। - अविनाश कुमार, बीपीआरओ, कटोरिया