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    Banka News: गरीब बच्चों के नामांकन में घालमेल, अब 43 लाख की होगी कटौती

    बांका जिले के निजी स्कूलों में आरटीई के तहत गरीब बच्चों के नामांकन में गड़बड़ी सामने आई है। 47 स्कूलों ने 1441 बच्चों के नाम पर 1.33 करोड़ रुपये का दावा किया था। जांच में कई स्कूलों के आंकड़े गलत पाए गए जिसके बाद 43 लाख रुपये से अधिक की कटौती की गई। यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर की गई है।

    By Bijendra Kumar Rajbandhu Edited By: Piyush Pandey Updated: Sun, 15 Jun 2025 03:12 PM (IST)
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    गरीब बच्चों के नामांकन में घालमेल। (फोटो जागरण)

    बिजेन्द्र कुमार राजबंधु, बांका। आरटीई (शिक्षा का अधिकार) के तहत निजी स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई के लिए 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित होती हैं।

    बांका जिला में इसके तहत 47 प्राइवेट स्कूलों ने शिक्षा विभाग के ज्ञानदीप पोर्टल पर 1441 बच्चों के नामांकन की सूची दी। बच्चों की सूची के अनुसार सभी ने 1 करोड़ 33 लाख रुपये भुगतान कराने का दावा किया।

    जब इसकी जिलास्तरीय टीम से जांच कराई गई तो कई स्कूलों के आंकड़े गलत निकले। तत्कालीन डीएम अंशुल कुमार के आदेश पर इसमें से 43 लाख रुपये से अधिक की कटौती कर भुगतान का आदेश दिया गया है।

    यानि गरीब बच्चों के नामांकन के घालमेल पकड़ में आने पर राशि कटौती कर स्कूल संचालकों को भुगतान किया जाएगा।

    जानकारी के अनुसार जिला में संचालित उक्त विद्यालयों द्वारा जब 1.33 करोड़ रुपये से अधिक के भुगतान का दावा किया गया तो डीएम ने इसकी जांच के जिलास्तरीय टीम का गठन किया।

    अलग-अलग टीम ने विद्यालयों द्वारा दिये गये बच्चों की संख्या के अनुसार स्कूलवार जांच कराई। टीम द्वारा जांच में दावा व स्कूलों में नामांकित बच्चों की संख्या में काफी अंतर सामने आया है।

    इसमें अमरपुर में संचालित प्रभावित शिशु विद्या निकेतन ने 29 बच्चों का दावा किया। जिला गव्य पदाधिकारी की जांच में 25 बच्चे ही मिले। इसी प्रकार सरस्वती शिशु मंदिर अमरपुर ने 70 बच्चों का दावा किया था।

    रसायन मिट्टी सहायक जांच पदाधिकारी कृष्णकांत की जांच में मात्र 42 बच्चे पाए गए। एबी एसेंट अमरपुर द्वारा 36 में मात्र 10 बच्चे मिले थे। इसकी जांच डीएओ दीपक कुमार ने किया है। बेलहर में संचालित ब्लू डायमंड पब्लिक स्कूल में 43 की जगह 35, चांदन में संचालित देवस्थली विद्या द्वारा 19 में महज 12 बच्चे पाए गए थे।

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    इस स्कूल की जांच जिला परिवहन पदाधिकारी प्रेमकांत सूर्य ने की थी। बांका में संचालित अंगा पब्लिक स्कूल की जांच पर विद्यालय प्रबंधन ने कोई रजिस्टर उपलब्ध नहीं कराया है। जबकि आदर्श शिशु निकेतन बांका ने 10 बच्चों की संख्या थी।

    अनुमंडल कृषि पदाधिकारी पंकज कुमार की जांच में बच्चों की संख्या अप्राप्त रही। ऐसे कई विद्यालयों द्वारा बच्चों के आकड़े से खेले। जांच में गड़बड़ी पर 43 लाख 46 हजार रुपये की कटाैती की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर राज्य मुख्यालय द्वारा सभी के खाते में राशि हस्तांतरित करेगा।

    डीएम के आदेश पर जिलास्तरीय टीम गठन कर 47 स्कूलों की जांच की गई है। नामांकन में घालमेल पर 43 लाख से अधिक की राशि कटौती कर भुगतान होगा। इसके लिए राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दिया गया है। - कुंदन कुमार, डीईओ, बांका