Vertical Garden: क्या होता है वर्टिकल गार्डन? बिहार के इस शहर में होने जा रहा निर्माण; टेंडर प्रक्रिया शुरू
बांका नगर परिषद जमुना जोर पुल के पास शहर का पहला वर्टिकल गार्डन बनाने जा रहा है जिस पर 17 लाख 16 हजार रुपये खर्च होंगे। मुख्यमंत्री शहरी समग्र विकास योजना के तहत बुडको को काम सौंपा गया है। वर्टिकल गार्डन से शहर की सुंदरता बढ़ेगी प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण को लाभ मिलेगा। इसमें ड्रिप इरिगेशन तकनीक का उपयोग होगा जिससे पानी की बचत होगी।
संवाद सूत्र, बांका। नगर परिषद अब बांका शहर को नई पहचान देने जा रहा है। जल्द ही जमुना जोर पुल के पास शहर का पहला वर्टिकल गार्डन बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 17 लाख 16 हजार रुपये खर्च होंगे।
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रानंदन ने बताया कि बताया कि यह काम मुख्यमंत्री शहरी समग्र विकास योजना के तहत पूरी की जाएगी और काम का जिम्मा बुडको को सौंपा गया है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जैसे ही टेंडर प्रक्रिया पूरी होगी, काम की शुरुआत कर दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य को दो महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
वर्टिकल गार्डन बनने से शहर की सुंदरता में चार चांद लगेंगे और हरियाली का क्षेत्र बढ़ेगा। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। वार्ड पार्षद विकास चौरसिया ने कहा कि वर्टिकल गार्डन के बन जाने से शहर को नया लुक मिलेगा।
शहर को मिलेगी हरियाली की नई पहचान
शहरों में बढ़ते प्रदूषण के बीच वर्टिकल गार्डन लगाने की योजना आने वाले समय में बेहतर साबित विशेषज्ञों का मानना है कि हरियाली का यह नया प्रयोग न सिर्फ शहर को खूबसूरत बनाएगा बल्कि पर्यावरण को भी संजीवनी देगा।
वर्टिकल गार्डन से सबसे बड़ा फायदा प्रदूषण नियंत्रण में होगा। पौधे हवा से धूल और जहरीली गैसों को सोखकर वातावरण को शुद्ध बनाएंगे।
विशेषज्ञों के मुताबिक वर्टिकल गार्डन से पानी की भी बचत होगी क्योंकि इसमें ड्रिप इरिगेशन तकनीक अपनाई जाती है। साथ ही शहर की पहचान हरियाली से जुड़ जाएगी।
क्या है वर्टिकल गार्डन
वर्टिकल गार्डन दीवारों या विशेष फ्रेम पर लगाया जाता है। इसमें मनी प्लांट, फर्न, तुलसी, पुदीना और लेट्यूस जैसे पौधे आसानी से उगाए जा सकते हैं। ड्रिप इरिगेशन और हाइड्रोपोनिक तकनीक से इसकी देखभाल सरल हो जाती है।
कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय मंडल ने बताया कि यह तकनीक आने वाले समय में शहरों के लिए और भी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि इससे कम जगह में अधिक हरियाली संभव है।
आधुनिक शहरी जीवनशैली में हरियाली की कमी को पूरा करने के लिए लोग अब वर्टिकल गार्डन की ओर रुख कर रहे हैं। सीमित जगह में यह तकनीक काफी लोकप्रिय हो रही है।
बांका शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए लगातार काम हो रहे हैं। जमुना जोर पुल के पास शहर का पहला वर्टिकल गार्डन बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 17 लाख 16 हजार रुपए खर्च होंगे। -सुमित्रानंदन, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बांका।
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