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    Banka News: नाजिर और लेखपाल मिलकर आवास पर चला रहे थे कार्यालय, छापेमारी में हुआ भंडाफोड़

    बांका के कटोरिया में बीडीओ ने छापेमारी कर पंचायत राज विभाग के लेखापाल और अकाउंटेंट द्वारा घर से कार्यालय चलाने का भंडाफोड़ किया। उनके आवास से योजनाओं की फाइलें बिल वाउचर और मुखिया के डिजिटल सिग्नेचर डोंगल बरामद हुए। आरोप है कि वे अवैध रूप से योजनाओं में गड़बड़ी करते थे। मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है और केस दर्ज कराया जाएगा।

    By Murari Prasad Singh Edited By: Rajat Mourya Updated: Fri, 20 Jun 2025 07:03 PM (IST)
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    नाजिर और लेखपाल मिलकर आवास पर चला रहे थे कार्यालय, छापेमारी में हुआ भंडाफोड़

    संवाद सूत्र, कटोरिया (बांका)। बीडीओ विजय कुमार सौरभ ने छापेमारी कर प्रखंड पंचायती राज विभाग के लेखापाल सह प्रभारी नाजिर ऋषभ कुमार गुप्ता व अकाउंटेंट प्रवीण कुमार पांडेय द्वारा अपने आवास में ही चलाए जा रहे कार्यालय का भंडाफोड़ किया है। छापेमारी में दोनों कर्मियों के आवास से विभिन्न पंचायतों के 15वीं वित्त एवं षष्ठम वित्त आयोग के योजनाओं की लगभग 50 फाइल पाई गई।

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    वहीं, कई वेंडर का सादा बिल वाउचर पाया गया। साथ ही आवास से प्रखंड से सभी पंचायत के मुखिया का डिजिटल सिग्नेचर डोंगल भी बरामद हुआ है। जिसके जरिए लेखापाल एवं अकाउंटेंट अवैध रूप से योजनाओं में गड़बड़ी करने का काम करते थे।

    बीडीओ ने बताया कि जिले में विकास की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई थी कि जिले में कटोरिया प्रखंड पंचायती राज विभाग के कोष में खर्च में सबसे पीछे है। जांच करने पर जियोटैग नहीं होना, योजनाओं पूरा होने के बाद भुगतान लंबित होना अन्य कारण सामने आया है।

    बीडीओ ने बताया कि गुरुवार को जेई निर्मल कुमार जियोटैग के सिलसिले में प्रखंड मुख्यालय आए थे। जेई ने इसको लेकर लेखपाल ऋषभ से संपर्क करने पर उन्होंने जेई को अपने आवास पर बुलाया। उन्होंने बताया कि उनका सारा काम कार्यालय में नहीं आवास से ही होता है। यही से जियोटैग का काम किया जाएगा।

    फाइल मांगने के बाद भी नहीं दे रहे थे

    बीडीओ ने बताया कि दोनों कर्मी से मुख्यालय के प्रधान लिपिक पिछले एक सप्ताह से योजनाओं की फाइल मांग रहे थे, लेकिन वह आडिट का बहाना कर फाइल मुख्यालय नहीं ला रहे थे। जबकि आडिट का काम दो सप्ताह पूर्व ही पूरा हो चुका है।

    पूर्व प्रमुख बबलू कुमार मंडल ने बताया कि सभी पंचायत समिति सदस्यों को नजीर एवं अकाउंटेंट द्वारा झूठ बोलकर बरगलाया जाता था। फोन करने पर दोनों कटोरिया में नहीं होने की बात कहते थे। जब कार्यालय पहुंचते तो चैंबर में ताला लगा रहता था। छापेमारी के दौरान पुलिस आने से पहले दोनों कर्मी मौके से भागने में सफल रहे।

    बीडीओ ने बताया कि मामले की जानकारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी को दी गई है। साथ ही मामले में केस दर्ज कराया जाएगा।