Updated: Mon, 06 Oct 2025 02:08 PM (IST)
बांका जिले में किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य सरकार हर प्रखंड में कोल्ड स्टोरेज और गोदाम बनवाएगी जिसमें प्रति प्रखंड एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। सहकारिता विभाग सब्जी उत्पादक समितियों के माध्यम से किसानों को अनुदान तकनीकी सहायता और प्रशिक्षण देगा। कोल्ड स्टोरेज कलेक्शन सेंटर बनेंगे जिससे किसान उचित मूल्य पर फसल बेच सकेंगे और बकरी पालन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अभिषेक कुमार, बांका। किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में राज्य सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। अब जिले के सभी प्रखंडों में 10 टन भंडारण क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज और 20 टन क्षमता वाले गोदाम बनाए जाएंगे।
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इसके निर्माण पर प्रति प्रखंड एक-एक करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इस योजना से किसानों को अपनी उपज को सुरक्षित रखने और बेहतर दाम पर बेचने में मदद मिलेगी। सहकारिता विभाग के तहत इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है।
इसके लिए प्रत्येक प्रखंड में सब्जी उत्पादक सहकारी समिति का गठन कर लिया गया है। इसके माध्यम से किसानों को न केवल अनुदान मिलेगा, बल्कि तकनीकी सहायता, बीज वितरण, प्रशिक्षण और विपणन से जुड़ी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि कोल्ड स्टोरेज और गोदाम बनने से किसानों को अपनी फसल लंबे समय तक सुरक्षित रखने की सुविधा मिलेगी। इससे वे बाजार में तब तक अपनी उपज नहीं बेचेंगे, जब तक उचित मूल्य न मिले।
इसका सीधा लाभ किसानों की आय में वृद्धि के रूप में देखने को मिलेगा। सोसाइटी से जुड़ रहे किसान हर प्रखंड में गठित सब्जी उत्पादक समितियों से किसानों को जोड़ा जा रहा है। प्रत्येक समिति में कम से कम 500 से लेकर 1000 तक किसानों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
इसमें प्रमुख रूप से वे किसान शामिल होंगे, जो पहले से ही सब्जी की खेती कर रहे हैं या करना चाहते हैं। समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों का चयन भी कर लिया गया है।
इन समितियों के माध्यम से भविष्य में किसानों को बीमा, सब्सिडी आधारित उपकरण और विपणन की नई योजनाओं से भी जोड़ा जाएगा।
कलेक्शन सेंटर के रूप में काम करेगा कोल्ड स्टोरेज
हर प्रखंड में बनने वाला कोल्ड स्टोरेज और गोदाम केवल भंडारण केंद्र नहीं होगा, बल्कि यह एक कलेक्शन सेंटर के रूप में कार्य करेगा। किसान अपनी उपज यहां लाकर जमा करेंगे, जहां पर पैकेजिंग, ग्रेडिंग और परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
इसके लिए प्रत्येक प्रखंड में ऐसे स्थान का चयन किया जा रहा है, जहां किसानों को अपने उत्पाद को लाने-ले जाने में कोई असुविधा न हो। अधिकारियों का कहना है कि इससे जिले में सब्जी की खेती का रकबा भी बढ़ेगा, क्योंकि अब किसानों को विपणन की चिंता नहीं रहेगी।
बकरी पालन समूह भी बन रहे सहकारिता विभाग किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बकरी पालन को भी बढ़ावा दे रहा है। सभी प्रखंडों में बकरी पालक समूहों का गठन किया जा रहा है, जिनमें अधिकतर महिलाएं शामिल होंगी।
जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं को बकरी पालन से जोड़कर स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रत्येक समूह में प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं।
सभी प्रखंडों में सब्जी उत्पादक किसानों की सोसाइटी का गठन किया जा चुका है। अब दो वर्षों के भीतर कोल्ड स्टोरेज और गोदाम निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। - जैनुल आब्दीन अंसारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी
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