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अभिजीत ग्रुप सीरिया पावर प्लांट पर बैंक का कब्जा

बांका। बिहार में उजड़े उद्योग को फिर से बसाने की कवायद जारी है। बौंसी में अभिजीत ग्रुप का सीरिया प्लांट 2640 मेगावाट का सुपर विद्युत थर्मल पावर का चमन बसने ही जा रहा था कि वर्ष 2012 के कोल लिकेज मामले ने यहां बनने वाले बिजली उद्योग को नेस्तनाबूद कर दिया। अब इस जमीन पर बैंक का कब्जा हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 09:30 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 09:30 PM (IST)
अभिजीत ग्रुप सीरिया पावर प्लांट पर बैंक का कब्जा
अभिजीत ग्रुप सीरिया पावर प्लांट पर बैंक का कब्जा

बांका। बिहार में उजड़े उद्योग को फिर से बसाने की कवायद जारी है। बौंसी में अभिजीत ग्रुप का सीरिया प्लांट 2640 मेगावाट का सुपर विद्युत थर्मल पावर का चमन बसने ही जा रहा था कि वर्ष 2012 के कोल लिकेज मामले ने यहां बनने वाले बिजली उद्योग को नेस्तनाबूद कर दिया। अब इस जमीन पर बैंक का कब्जा हो गया है।

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बताया जाता है कि इसके चालू होने से यहां 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलता, 14 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर ग्रहण लग गया। 11 सौ एकड़ के विस्तृत भूखंड पर सुपर थर्मल पावर का बनना तय था। वर्ष 2002 में आधारशिला रखने के बाद 2005-06 से जमीन अधिग्रहण का कार्य आरंभ हुआ। 720 एकड़ जमीन खरीद कर सिपलेक्स और चाइना की कंपनी ने मिलकर 660 मेगा वाट के पहला यूनिट का बॉयलर सेक्शन, कूलिग टावर आदि के 60 फ़ीसदी योजना कार्य पूरा कर लिया था। आसपास गांव के लोगों की ली गई जमीन के एवज में भारी संख्या में लोगों की बहाली भी हुई थी। सीएम, डीजीएम से लेकर 120 एचआर मैनेजर, सुरक्षा आदि के अधिकारी कार्य कर रहे थे। वर्ष 2012 में अभिजीत ग्रुप के एमडी मनोज चौधरी एवं उनके पुत्रों का कोल लिकेज भ्रष्टाचार मामले में फंसने के बाद सीरिया प्लांट के कार्य ब्रेक लगना आरंभ हो गया। अक्टूबर 2013 में कार्यरत कर्मी एवं अधिकारियों को प्लांट बंद करने और अगले आदेश तक की चिट्ठी थमा कर चलता कर दिया गया। अभिजीत ग्रुप सीरिया प्लांट में काम करने वाले एचआर मनोज कुमार झा ने बताया कि प्लांट को खड़ा करने के प्रयास में जी जान लगा दिए थे, लेकिन अब प्लांट का काम बंद भी कर दिया गया है, जबकि बांका जिला सीमाना क्षेत्र के गोड्डा मोतिया डुमरिया झारखंड में अडानी ने बहुत बड़ा प्लांट लगाया है। बंधुआकुरावा गांव के संजय यादव ने कहा कि आंदोलन ही इसका विकल्प रह गया है। बताया कि बैंकों द्वारा जमीन के कुछ भाग को नीलाम करने की योजना बनाई जा रही है।


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