Aadhaar Card के इस अपडेट से बढ़ जाएंगे खर्चे, 1 अक्टूबर से पहले कर लें काम वरना होंगे परेशान
बांका में आधार कार्ड अपडेट कराना अब महंगा हो गया है। 1 अक्टूबर से सामान्य सुधार के लिए 75 रुपये और बायोमेट्रिक अपडेट के लिए 125 रुपये लगेंगे। पहले ये शुल्क कम थे लेकिन यूआईडीएआई ने दरों में बदलाव किया है। लगातार शुल्क बढ़ने से आम जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

संवाद सूत्र, बांका। हर नागरिकों के लिए आधार कार्ड जरूरी हो गया है। इसमें गैस कनेक्शन, राशन कार्ड, मोबाइल सिम, बैंकिंग सेवाओं से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने तक हर जगह आधार की अनिवार्यता है। ऐसे में इसमें नाम, पता या बायोमेट्रिक जैसी जानकारी को सही और अपडेट रखना हर किसी के लिए जरूरी हो जाता है। पर आम लोगों के लिए यह प्रक्रिया अब पहले से महंगी हो गई है।
एक अक्टूबर से आधार में सुधार कराने की नई दरें लागू हो जाएगी। जिसके बाद अब आधार कार्ड में सामान्य सुधार के लिए 50 रुपये की जगह 75 रुपये शुल्क देना होगा। वहीं बायोमेट्रिक अपडेट - जैसे फिंगरप्रिंट, आइरिस या फोटो बदलने पर पहले एक सौ रूपया का शुल्क लगता था। लेकिन अब 125 रुपये देने होंगे।
नया आधार बनवाने के लिए कोई पैसा नहीं
सात से 17 वर्ष तक के बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट जो पहले एक सौ रुपया में होता था। अब उसके लिए भी 125 रुपया देना होगा। हालांकि, नया आधार बनवाने पर अभी भी कोई शुल्क पहले की तरह नहीं लगेगा।
जानकारी के अनुसार जब आधार की शुरुआत हुई थी। तब सामान्य सुधार कराने के लिए मात्र 15 रुपये और बायोमेट्रिक अपडेट के लिए 30 रुपये शुल्क लिया जाता था। इसके बाद यूआईडीएआई ने शुल्क में बदलाव करते हुए सामान्य सुधार 30 रुपये और बायोमेट्रिक अपडेट 50 रुपये कर दिया।
इसके बाद फिर परिवर्तन किया गया और सामान्य सुधार 50 रुपये और बायोमेट्रिक अपडेट एक सौ रुपये तक पहुंच गया। अब एक बार फिर 25 रुपये की बढ़ोतरी के साथ शुल्क 75 और 125 रुपये कर दिया गया है।
बढ़ जाएंगे खर्चे
आधार कार्ड में सुधार के शुल्क में लगातार बढ़ोतरी का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। ग्रामीण और छोटे कस्बों में रहने वाले लोगों के लिए जिनकी आय सीमित है। साथ ही जिन्हें दस्तावेजों को सही कराना होगा। अब यह अतिरिक्त बोझ साबित हो सकता है।
वहीं जिन लोगों ने पिछले दस वर्षों में अपना आधार अपडेट नहीं कराया है। उन्हें अब दस्तावेज पुनः जमा करने होंगे और इसके लिए भी एक अक्टूबर के बाद 75 रूपया देना होगा। जो पहले 50 रूपया शुल्क देना पड़ता। इधर, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने इसे सरकार की गलत नीति बताया है।
अभी सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं हुआ है। लेकिन नोटिफिकेशन यूआईडीएआई ने जारी कर दिया है। जब तक सभी सिस्टम का सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किया जाता है। तब तक अभी पुराना ही शुल्क लिया जाएगा।- अफताब आलम, जिला समन्वयक, आधार।
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