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    उत्तर कोयल नहर परियोजना को लेकर आया नया अपडेट, किसानों को मिलेगा लाभ

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 03:14 PM (IST)

    उत्तर कोयल नहर परियोजना में 40% काम पूरा हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि बाकी काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। इस परियोजना से झारखंड और बिहार के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। यह परियोजना दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है।

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    उत्तर कोयल नहर परियोजना के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण करने पहुंची टीम। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। उत्तर कोयल नहर परियोजना का जीर्णोद्धार कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। कार्य करा रही एजेंसी वाप्कोष (जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार) की सीएमडी शिल्पा सचिन सिंधे (आईएएस) ने बुधवार को परियोजना के कार्यों का निरीक्षण किया।

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    उन्होंने औरंगाबाद के साथ गया जिले में नहर के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख अवधेश कुमार सिंह, मुख्य अभियंता अर्जुन प्रसाद सिंह, गया के मुख्य अभियंता परवेज अख्तर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

    सीएमडी सिंधे ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य समय सीमा और गुणवत्ता दोनों को ध्यान में रखकर किया जाए। उन्होंने कहा कि यह परियोजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसकी स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निगरानी करते हैं।

    उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि कार्य में किसी प्रकार की बाधा आती है तो जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से समन्वय स्थापित कर समस्या का समाधान किया जाए। सीएमडी ने बताया कि बिहार सरकार ने भी इस परियोजना को समय पर पूरा करने में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।

    निरीक्षण के एक दिन पूर्व सीएमडी ने पटना में मुख्य सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर परियोजना की प्रगति की समीक्षा की थी। इस अवसर पर वाप्कोष के वरिष्ठ महाप्रबंधक संजय शर्मा, मुख्य अभियंता राजेश कुमार सिंह, परियोजना प्रबंधक गगनदीप सिंह और परियोजना अभियंता कृष सिंह भी उपस्थित रहे।

    परियोजना अभियंता ने जानकारी दी कि अब तक करीब 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष कार्य को जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के जीर्णोद्धार कार्य पर कुल 1367 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। परियोजना पूरी होने पर इससे झारखंड के अलावा औरंगाबाद व गया जिले के लाखों किसानों को सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी।