औरंगाबाद में दर्दनाक हादसा, गुफा की मिट्टी धंसने से साधु की मौत, मलबा हटा निकाला गया शव
शिव मंदिर के पास स्थित मिट्टी के बने गुफा (खोह) की छत ढहने से साधु की मौत हो गई। गुरुवार की सुबह करीब छह बजे स्थानीय ग्रामीण गढ़ की ओर गए तो उन्हें हादसे का पता चला। एसडीओ अमित राजन एसडीपीओ अशोक कुमार दास सीओ शैलेंद्र कुमार यादव और थानाध्यक्ष विकास कुमार सहित अन्य पदाधिकारी पुलिसकर्मी के साथ पहुंचे।

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। प्रखंड के तरार में शिव मंदिर के पास स्थित मिट्टी के बने गुफा (खोह) की छत ढहने से साधु की मौत हो गई। उनकी पहचान महंगू महतो के पुत्र 65 वर्षीय लक्ष्मण सिंह के रूप में हुई है। यहां 20 फीट गुना सात फीट में मिट्टी का गुफा है जिसमें वह रहते थे और मिट्टी की छत ढह गया जिससे दबकर मौत हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार कभी-कभी गुफा में सो जाते थे। इसी दौरान यह घटना हुई है। यह ज्ञात नहीं हो सका है कि घटना बुधवार की देर रात के बाद गुरुवार की सुबह के बीच कब हुई। गुरुवार की सुबह करीब छह बजे स्थानीय ग्रामीण गढ़ की ओर गए तो उन्हें हादसे का पता चला। एसडीओ अमित राजन, एसडीपीओ अशोक कुमार दास, सीओ शैलेंद्र कुमार यादव और थानाध्यक्ष विकास कुमार सहित अन्य पदाधिकारी पुलिसकर्मी के साथ पहुंचे।
जेसीबी लगाकर ग्रामीणों के सहयोग से मिट्टी के मलबा को हटाया गया। बड़ा जेसीबी से मलवा नहीं हट पाया तो एक छोटा जेसीबी मंगाया गया। तब तक बुजुर्ग की मौत हो चुकी थी। तरार मुखिया शशिभूषण सिंह, चंद्रभूषण वर्मा, अजय कुशवाहा, पूर्व सरपंच अमित कुमार एवं अन्य ग्रामीण पहुंचे। ग्रामीणों का कहना है कि बुधवार को पूरे दिन हुई लगातार वर्षा के कारण गुफा की छत कमजोर हो गया था जिस कारण यह घटना हुई है।
मुखिया ने बताया कि उनकी चार पुत्री है। सभी की शादी कर चुके हैं। उनकी पत्नी हैं। गृहस्थ आश्रम में रहते हुए उन्होंने गेरुआ वस्त्र धारण कर साधु बन गए थे। इसी शिव मंदिर में रहते थे और पूजा पाठ करते थे।
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