गली से सड़क तक कुत्तों के झुंड का कब्जा, नबीनगर के लोगों का जीना मुहाल; अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
नबीनगर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है, जिससे लोग परेशान हैं। गलियों और सड़कों पर कुत्तों के झुंड से चलना मुश्किल हो गया है। खासकर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भयभीत हैं। कुत्तों के काटने के मामले बढ़ने से अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, सितंबर से नवंबर तक 648 वैक्सीन डोज दिए गए हैं।

गली से सड़क तक कुत्तों के झुंड का कब्जा
संवाद सूत्र, नबीनगर (औरंगाबाद)। नबीनगर में इन दिनों अवारा कुत्तों का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।गलियों से लेकर मुख्य सड़कों तक झुंड बनाकर घूमने वाले कुत्ते अब लोगों के लिए गंभीर परेशानी का कारण बन गए हैं।
स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि रात ही नहीं,दिन में भी लोग इनसे खौफजदा रहते हैं।खासकर छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को अकेले बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं रह गया है। हर मोहल्ले में कुत्तों के झुंड को देखते ही लोग भयभीत हो जाते हैं।
हर समय लोग रहते हैं सतर्क
शहर के बस स्टैंड,मंगल बाजार,शनिचर बाजार,जनकपुर पोखरा,बसन बिगहा मोड़,शिवा बिगहा मोड़,सोनपुरा समेत शहर के अधिकांश मोहल्लों में आवारा कुत्तों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि लोग हर समय सतर्क रहकर चलते हैं।
शाम ढलने के बाद इनकी आक्रामकता और बढ़ जाती है।अकेले व्यक्ति को देखते ही कुत्ते अचानक भौंकने लगते हैं और कई बार तो दौड़ाकर काट भी लेते हैं। आवारा कुत्तों के आतंक का सबसे ज्यादा सामना बाइक सवारों को करना पड़ रहा है।
बाइक सवारों के पीछे दौड़ने लगते हैं
अक्सर देखा जाता है कि सड़क पर झुंड बनाकर बैठे कुत्ते अचानक बाइक सवारों के पीछे दौड़ने लगते हैं।कई बार अचानक हुए इस हमले के कारण बाइक सवारों का संतुलन बिगड़ जाता है और दुर्घटनाएं हो जाती हैं।
नबीनगर शहर में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं,जिनमें लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।कुते के काटने के बढ़ते मामले अस्पताल प्रबंधन के द्वारा दिए गए आंकड़े की गंभीरता को और स्पष्ट करते हैं।अस्पताल प्रशासन के अनुसार,प्रतिदिन औसतन 5 से 7 मरीज कुते के काटने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचते हैं। इनमें बच्चे,वृद्ध और महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल होती हैं।
लगातार बढ़ते कुते के काटने के मामलों ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है।अस्पताल प्रशासन के अनुसार तीन महीने सितंबर,अक्टूबर तथा नवंबर में कुते के काटने के कुल 648 वैक्सीन डोज दिया गया है तथा 2800 डोज अभी अस्पताल के पास उपलब्ध है।
बाइक सवारों के पीछे दौड़ने लगते

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