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    Aurangabad News: बाजार में आ गया 500 और 200 का नकली नोट, इन आसान तरीकों से करें ओरिजनल और फेक की पहचान

    Updated: Sat, 10 May 2025 02:34 PM (IST)

    औरंगाबाद के दाउदनगर बाजार में 500 और 200 रुपये के नकली नोटों के प्रचलन से व्यापारी परेशान हैं। असली और नकली नोटों में फर्क करना मुश्किल हो रहा है। दुकानदार कानूनी झंझटों से बचने के लिए पुलिस को सूचना नहीं दे रहे हैं जिससे माफिया का कारोबार फल-फूल रहा है। आरबीआई ने नकली नोटों की पहचान के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं पर स्थिति गंभीर बनी हुई है।

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    बाजार में 500 और 200 रुपये के नकली नोट से व्यवसायी परेशान

    उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद)। भारत सरकार द्वारा जारी 500 रुपये के नोट बंद कर दिए गए थे। इसके बदले नए रूप-रंग और नए आकार का 500 रुपये मूल्य का नोट सरकार ने जारी किया। इसके साथ ही 200 रुपये मूल्य के नोट भी भारतीय बाजार में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए।

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    बाजार में 500 और 200 के नकली नोट

    अब स्थिति यह है कि बाजार में 500 और 200 रुपये मूल्य के नकली नोट आ गए हैं। इसकी वजह से दुकानदार और आम लोग परेशान हैं और दो नंबर के नोट चलाने वाले माफिया मालामाल हो रहे हैं। अब यह नकली नोट कहां से आ रहे हैं, अभी तक यह अज्ञात है।

    दुकानदार ऐसे नोटों को चिन्हित कर ठगे जाने लगे हैं। वह इसकी सूचना बैंक अधिकारियों या पुलिस प्रशासन को नहीं देते, क्योंकि कोई भी व्यवसायी कानूनी पचड़े में पड़ना नहीं चाहता। जिस तरह के नकली नोट बाजार में आए हैं, पहली नजर में उसे पहचाना काफी मुश्किल काम है।

    पहली नजर में पहचानना मुश्किल

    अगर दुकानदारों को 500 या 200 के गड्डी में या अधिक संख्या में नोट के साथ एक दो नकली नोट शामिल कर दे दिए जाएं तो गिनने के क्रम में पता नहीं चलता। बहुत माहिर दुकानदार ही इसे पहचान पा रहे हैं।

    असली और नकली नोटों की ऐसे करें पहचान

    बाजार में 500 और 200 रुपये मूल्य के जो नकली नोट उपलब्ध है, बहुत बारीकी से देखने पर असली और नकली का फर्क पता चलता है। इनका रंग धुंधला है, प्रिंट भी धुंधला है या पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। वाटर मार्क में गांधी जी और 200 अंकित नहीं है।

    हरा वाला जो लाइन है, जिसमें असली नोट में आरबीआई भारत लिखा हुआ है, लेकिन नकली में यह स्पष्ट नहीं है। नकली में इसका रंग नहीं बदलता। नोटों की चमक भी फीकी है।

    500 रुपये मूल्य के नोट में जो गांधी जी हैं उनके कॉलर पर भारत और अंग्रेजी में इंडिया नहीं लिखा हुआ है। वाटरमार्क में गांधी और 500 नहीं लिखा हुआ है। अंक अक्षर और तस्वीर तीनों धुंधले हैं, लेकिन इसके बावजूद नोट अगर तेजी से दुकानदार गिन रहा हो तो उसकी पकड़ से यह नोट बाहर हो जाएंगे।

    तीन से अधिक नकली नोट तो प्राथमिकी

    बाजार स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के मुख्य प्रबंधक मोहम्मद फैयाज अहमद ने बताया कि यदि कोई ग्राहक उनके पास नकली नोट लेकर आता है तो एक दो की संख्या होने पर नोट को बैंक जप्त कर लेगा और ग्राहक को चेतावनी देकर छोड़ देगा।

    वहीं, अगर चार या उससे अधिक नकली नोट है तो नोट जप्त करने के साथ ही पुलिस को सूचना दी जाती है और ऐसे मामलों में ग्राहक के विरुद्ध प्राथमिक की जाती है।

    आरबीआई के निर्देशानुसार टांगे हैं फ्लैक्स

    हर बैंक में आरबीआई के दिशा निर्देश के अनुसार नकली नोटों की पहचान बताता हुआ ग्राफिक्स फ्लेक्स बनाकर टांगा गया है, ताकि ग्राहक असली और नकली नोटों के फर्क को समझ सकें और उन्हें पहचान सके।

    ऐसे फ्लैक्स पर एक सौ, दो सौ और पांच सौ रुपये के नोट छपे हैं और उसकी विशेषता बताई गई है, जिसके आधार पर व्यक्ति नकली नोट को पहचान सकता है।

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