जीटी रोड पर मौत को न्योता देते हैं बेतरतीब खड़े ट्रक, अवैध पार्किंग से फोरलेन सड़क बनी टू लेन
औरंगाबाद के जीटी रोड पर बारुण से मदनपुर तक सड़क की हालत खस्ता है। अवैध पार्किंग और अंधेरे के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। दैनिक जागरण के रात का रिपोर्टर अभियान में सड़क पर ट्रकों की अवैध पार्किंग और प्रकाश की कमी दिखी। एनएचएआई और परिवहन विभाग की लापरवाही से यात्रियों को परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाली जीटी रोड अब एशियन हाइवे वन पर बारुण से लेकर मदनपुर तक की स्थिति बदहाल है। सड़क पर वाहन खड़े रहते हैं परंतु किसी का कोई ध्यान नहीं है। परिवहन विभाग के अधिकारी कहीं नजर नहीं आते हैं।
दैनिक जागरण के अभियान रात का रिपोर्टर में देखने निकले तो जीटी रोड पर अंधेरा था। ट्रकों से लेकर अन्य मालवाहक वाहनों की अवैध पार्किंग दिखी। सड़क पर कई जगह दुकानें सजी है। सड़क किनारे चलने वाले लाइन होटलों एवं पेट्रोल पंपों के पास सड़क पर ट्रकों की पार्किंग की जाती है।
ट्रकों की लंबी पार्किंग से फोरलेन सड़क टू लेन हो जाता है। चालक मनमाने तरीके से वाहनों को सड़क पर खड़ा किए रहते हैं। सड़क पर अवैध पार्किंग का खामियाजा कार एवं बाइक सवार भुगतते हैं। वाहन चालकों की थोड़ी सी लापरवाही यात्रियों के मौत का कारण बनती है।
जीटी रोड पर अवैध पार्किंग से कई हादसे हो चुके हैं। हादसे के बाद पुलिस पहुंचती है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज देती है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज अपनी ड्यूटी कर लेती है पर सड़क पर पार्किंग करने वाले ट्रकों को न तो पुलिस हटाती है न एनएचएआइ की पेट्रोलिग अधिकारी कार्रवाई करते हैं।
हद यह है कि सड़क पर वाहनों की जांच करने वाले अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। औरंगाबाद से लेकर बारुण सोन पुल तक 24 किमी सड़क पर व्यवस्था बदहाल दिखा।
समय : रात 10 बजे, स्थान : महाराणा प्रताप चौक
महाराणा प्रताप चौक पर अंधेरा पसरा था। शहर के यात्री इसी रास्ते जीटी रोड पर आवागमन करते हैं। कुछ यात्री आते दिखे। महाराणा प्रताप चौक के पास ओवरब्रिज बनने के कारण यात्रियों को थोड़ी दूर जाकर जीटी रोड पर चढ़ना पड़ता है।
यहां आसपास में पूरी तरह अंधेरा था। बाइक से आ रहे सत्येंद्र नगर निवासी अनिल कुमार एवं प्रमोद कुमार ने बताया कि यहां की व्यवस्था बदहाल है। जीटी रोड से नीचे उतरने के बाद सड़क की स्थिति अत्यंत बदहाल है।
समय : रात 10.15 बजे, स्थान : जसोइया मोड़
शहर में प्रवेश करने का मुख्य स्थान जसोइया मोड़ है। यहां पर वाहनों का आवागमन लगा हुआ था परंतु चारों तरफ अंधेरा था। इसी रास्ते प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है।
यहां विभाग की ओर से प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं की है। सड़क की स्थिति बदहाल है। सड़क पूरी तरह टूट गया है।
समय : 10. 30 बजे, स्थान : बटाने पुल
जीटी रोड स्थित बटाने पुल के पास अंधेरा था। पुल के दोनों तरफ लाइट नहीं लगी है। वाहन की लाइट न जले तो दस कदम पर बैठे व्यक्ति दिखाई न दें।
यहां भी प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं थी। बता दें कि इस पुल के पास कई बार आपराधिक घटना हो चुकी है। वाहन छीनने की घटना हुई है। गोलीबारी तक हुई है।
समय : रात 11 बजे, स्थान : जनकोप से योगिया मोड़
जीटी रोड जनकोप गांव से लेकर योगिया मोड़ तक सड़क के दोनों तरफ ट्रकों की लंबी कतार लगी थी। ट्रकों की लाइन आसपास के लाइन होटल के सामने लगा था। ट्रकों की लाइन के कारण जीटी रोड संकीर्ण हो गया था। कब दुर्घटना हो जाए कहा नहीं जा सकता है।
बता दें कि यह स्थान डेंजर जोन है। हमेशा आसपास में दुर्घटनाएं होते रहती है। मुख्य कारण जीटी रोड पर बेतरतीब वाहन खड़ा करना है। एनएचएआई के अधिकारी सुस्त हैं।
समय : रात 11.20 बजे, स्थान : गेमन पुल
जीटी रोड गेमन पुल चकाचक है। पुल से आवागमन हो रहा है परंतु यहां लाइट का अभाव है। लाइट नहीं रहने के कारण यात्रियों को परेशानी होती है। यह स्थान अधिक दुर्घटना वाला क्षेत्र है।
रात में कई बार बाइक सवार दुर्घटना का शिकार हो गए हैं। उनकी मौत हो गई है। कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई। यहां लाइट लगाना आवश्यक है।
समय : रात 11. 40 बजे, स्थान : बारुण केशव मोड़
जीटी रोड बारुण केशव मोड़ से सोन पुल के शुरुआत तक की स्थिति बदहाल है। सोन पुल के पास दुर्गंध से यात्रियों से लेकर आमजन का हाल हाल बेहाल हो गया है। रात में बारुण के एक नागरिक ने बताया कि यहां मरे हुए जानवरों व मांस फेंका जाता है। कई बार इसको लेकर मामला उठा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। दुर्गंध के कारण उधर जाना मुश्किल हो गया है।
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