औरंगाबाद के उत्तर कोयल नहर के क्षतिग्रस्त लाइनिंग की जांच करेगी राज्यस्तरीय टीम, राशि भुगतान पर लगी रोक
औरंगाबाद में उत्तर कोयल नहर के तटबंध का लाइनिंग कार्य क्षतिग्रस्त होने पर जल संसाधन विभाग ने राज्यस्तरीय जांच टीम गठित की है। अंबा डिविजन के पास करीब एक किमी में कंकरीट का काम टूटा है। किसानों ने गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं जिसके बाद कंपनी के भुगतान पर रोक लगा दी गई है। मामले की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। औरंगाबाद उत्तर कोयल नहर के दोनों तटबंध का लाइनिंग कार्य (पक्कीकरण) कराया जा रहा है। नहर में पानी छोड़ने के बाद अंबा डिविजन में सिकरिया एवं ढीबर गांव के पास करीब एक किमी में कंकरीट किया गया कार्य क्षतिग्रस्त हो गया है। नहर का पक्कीकरण कार्य क्षतिग्रस्त होने की घटना को जल संसाधन विभाग ने गंभीरता से लिया है।
अभियंता प्रमुख अवधेश कुमार ने बताया कि विभाग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्यस्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कराने का निर्णय लिया है। टीम पूरे मामले की जांच करेगी। जांच में कार्य की गुणवत्ता और डिजाइन की जांच होगी। इस घटना के बाद मुख्य अभियंता के नेतृत्व में कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता और कनीय अभियंता की जिला स्तरीय टीम ने मंगलवार को जांच की है। बताया कि मई और जून में पक्कीकरण कार्य कराया गया था।
गुणवत्तायुक्त कार्य नहीं कराए जाने के कारण पक्कीकरण कार्य ध्वस्त होने की बात किसान बोल रहे हैं। कार्य से पहले हुई जांच पर सवाल उठ रहा है। मुख्य अभियंता अर्जुन प्रसाद ने बताया कि फिलहाल कार्य करा रही कंपनी को राशि भुगतान पर रोक लगा दी गई है। नहर का तटबंध क्षतिग्रस्त होने के बाद जल प्रवाह हो रहा है। यह प्रयास किया गया है कि सिंचाई में कोई परेशानी न हो। विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है।
1,367 करोड़ की लागत से हो रहा जीर्णोद्धार
बिहार क्षेत्र में मुख्य नहर और इससे निकली माइनरों का जीर्णोद्धार कार्य 1,367 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है। अबतक करीब 100 करोड़ खर्च हुए हैं। इसकी कार्यकारी एजेंसी वाप्कोस कंपनी है, जिसने काम का ठेका कावेरी कंस्ट्रक्शन को सौंपा है।
पूर्व सांसद ने उठाया सवाल
कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं कराया गया है। यही कारण है कि नहर तटबंध का कंक्रीट कार्य ध्वस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों की जिम्मेदारी तय की जा सके। इसके लिए वे जलशक्ति मंत्रालय को पत्र लिखे हैं।
सुशील कुमार सिंह,पूर्व सांसद
कहते हैं अभियंता प्रमुख
उत्तर कोयल नहर का लाइनिंग कार्य क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है। समाचार पत्रों में छपी खबर और विभागीय स्तर पर प्राप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच के लिए टीम को भेजा जाएगा। कार्य की गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी।
अवधेश कुमार,अभियंता प्रमुख
बोले कंपनी के परियोजना प्रबंधक
कार्य की गुणवत्ता सही है। जहां क्षतिग्रस्त हुआ है वहां मिट्टी का कुछ समस्या है। पीछे से पानी का दबाव है। क्षतिग्रस्त स्थल के पास डिजाइन में बदलाव करना होगा। केंद्रीय मंत्रालय को सूचना दी गई है। कार्य की जांच हर समय केंद्रीय और अन्य टीम जांच करती है।
गगनदीप सिंह,वाप्कोस कंपनी के परियोजना प्रबंधक
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